मुकेश अंबानी बड़ा धमाका करने की तैयारी में, रिलायंस के शेयरों में भारी उछाल, कहां तक जा सकती है कीमत

 
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Mukesh Ambani: देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने नॉन-बैंक लेंडिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज यूनिट्स को अलग करने जा रही है। कंपनी ने दो मई को शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स की मीटिंग बुलाई है जिसमें इस योजना को मंजूरी दी जाएगी। इससे शुक्रवार को रिलायंस के शेयरों में भारी तेजी देखने को मिली।

 

नई दिल्ली। भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) बड़ा धमाका करने की तैयारी में हैं। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अपने नॉन-बैंक लेंडिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज यूनिट्स को अलग करने जा रही है। इसके लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) नाम से एक अलग कंपनी बनाई जाएगी और इसे शेयर मार्केट में लिस्ट किया जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी ने अपने इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए दो मई को शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स की मीटिंग बुलाई है। इससे फाइनेंशियल ईयर के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रिलायंस के शेयरों में भारी तेजी आई। बीएसई पर कंपनी का शेयर 4.29% तेजी के साथ 2331.05 रुपये पर बंद हुआ। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 2,855 रुपये है। पिछले साल 29 अप्रैल को यह इस स्तर पर पहुंचा था।

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रिलायंस की नई कंपनी में रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस (Reliance Payments Solutions), जियो पेमेंट्स बैंक (Jio Payments Bank), रिलायंस रिटेल फाइनेंस (Reliance Retail Finance) और रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग (Reliance Retail Insurance Broking) को शामिल किया जाएगा। डिमर्जर प्लान के मुताबिक रिलायंस के मौजूदा शेयरहोल्डर्स को एक शेयर के बदले नई कंपनी का एक शेयर मिलेगा। कंपनी के बोर्ड ने पिछले साल अक्टूबर में इस डिमर्जर को मंजूरी दी थी। केवी कामत को नई एंटिटी का नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया गया था। प्लान के मुताबिक ग्रुप के नॉन बैंक लेंडर रिलायंस स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट (RSIL) के इक्विटी शेयर रिलायंस के मौजूदा शेयरहोल्डर्स को 1:1 रेश्यो के मुताबिक जारी किए जाएंगे। इसके शेयरों को स्टॉक मार्केट में लिस्ट किया जाएगा और डिमर्जर के बाद बनने वाली कंपनी को नाम जियो फाइनेंशियल सर्विसेज होगा।

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कहां तक जा सकता है शेयर
पिछले फाइनेंशियल ईयर में रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनस और आरएसआईएल का रेवेन्यू 1535.6 करोड़ रुपये और कंबाइंड एसेट बेस 27,964 करोड़ रुपये रहा था। रिलायंस ने शेयर मार्केट्स को बताया कि एनसीएलटी ने उसकी योजना को मंजूरी दे दी है। इससे कंपनी के शेयरों में तेजी आई। जानकारों का कहना है कि निकट भविष्य में कंपनी का शेयर 2450 रुपये और फिर 2600 रुपये तक जा सकता है। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 2,855 रुपये और न्यूनतम स्तर 2,180.00 रुपये है। कंपनी का शेयर पिछले साल 29 अप्रैल को 52 हफ्ते के टॉप पर पहुंचा था जबकि इस साल 20 मार्च को इसने न्यूनतम स्तर छुआ था।

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