अलर्ट! 3500 ऐप्स प्ले स्टोर से गूगल ने गायब कर दीं, कहीं आपके फोन में इंस्टॉल तो नहीं?

 
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फटाफट लोन देने का दावा करने वाली करीब 3500 फेक लोन ऐप्स को गूगल की ओर से साल 2022 में प्ले स्टोर से हटाया गया। ऐसी ऐप्स का इस्तेमाल यूजर्स के लिए बड़ा खतरा बन सकता था और सावधान रहना जरूरी है।

 

नई दिल्ली। बीते कुछ साल में गूगल प्ले स्टोर पर फटाफट लोन देने वाली ऐप्स की बाढ़ सी आ गई थी लेकिन इनमें से ज्यादातर बिना वेरिफेशन के गलत ढंग से लोन देने और वसूली का काम कर रही थीं। ऐसी हजारों ऐप्स पर कार्रवाई करते हुए गूगल ने भारत में करीब 3500 लोन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया और इसकी जानकारी कंपनी की प्ले प्रोटेक्ट रिपोर्ट में दी गई है। सामने आया है कि इन ऐप्स पर साल 2022 में हुई कार्रवाई की वजह ऐप्स की ओर से प्ले स्टोर के नियमों का पालन ना करना थी लेकिन मामला सिर्फ इतना ही नहीं है। 

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यूजर्स पैसों की जरूरत की स्थिति में ऐसी ऐप्स पर भरोसा कर लेते थे और ये ऐप्स मनमाने इंट्रेस्ट रेट पर लोन दे रही थीं। यही नहीं, इन ऐप्स की ओर से लिए गए लोन का भुगतान ना करने की स्थिति में कई यूजर्स को धमकाने और कुछ यूजर्स की ओर से आत्महत्या करने जैसे मामले तक सामने आए थे। भारत सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिससे यूजर्स को असुरक्षित और अवैधानिक बैंकिंग के तरीकों से बचाया जा सके। 

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गूगल ने पॉलिसी में किया था बदलाव
साल 2021 में गूगल की ओर से भारत में फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी इसकी पॉलिसी अपडेट की गई थी, जो पर्सनल लोन देने वाली ऐप्स पर भी लागू होती है। सितंबर, 2021 में लागू हुई इस पॉलिसी के बाद ऐप डिवेलपर्स के लिए इसकी पुष्टि करना अनिवार्य हो गया था कि उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिला है या नहीं। इन डिवेलपर्स से लाइसेंस की एक कॉपी सबमिट करने को कहा गया था। ऐसा ना कर पाने की स्थिति में गूगल ने उनपर कार्रवाई करने और ऐप हटाने की बात कही थी। 

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पिछले साल ऐप्स पर कसा शिकंजा
गूगल ने पिछले साल 2022 में मौजूदा नियमों में और सुधार व बदलाव करते हुए उन डिवेलपर्स के सामने कई शर्तें रखीं, जो नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) और बैंक्स के साथ पार्टनरशिप में लोन देने वाली ऐप्स ऑफर कर रहे हैं। डिवेलपर्स से उनके पार्टनर बैंक्स और NBFCs के नाम का खुलासा करने को कहा गया। साथ ही कहा गया कि वे उन वेबसाइट्स के लिंक भी शेयर करें, जहां उनके आधिकारिक एजेंट्स के साथ उनकी लिस्टिंग की गई है। इस बदलाव का असर हजारों ऐप्स पर पड़ा।

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फेक लोन ऐप्स पर भरोसा भारी पड़ेगा
किसी भी तरह की ऐप से लोन लेने से पहले उसका भरोसेमंद होना जरूरी है और ऐप्स की परख करनी चाहिए। आप अन्य यूजर्स के रिव्यूज देखने के अलावा ऐप डिवेलपर का नाम देख सकते हैं और उसके बारे में रिसर्च कर सकते हैं। गूगल और ऐपल दोनों ही ऐसी अनाधिकारिक ऐप्स से जुड़े खतरों को समझ रहे हैं और तय कर रहे हैं कि केवल आधिकारिक ऐप्स ही प्लेटफॉर्म्स का हिस्सा बनें। लोन देने से पहले ऐप्स यूजर्स का सेंसिटिव डाटा ऐक्सेस करती हैं और दस्तावेजों की मांग करती हैं, ऐसी स्थिति में उनके जरिए यूजर्स को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

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