नरेंद्र मोदी जॉर्डन पहुंच चुके हैं. वहां उनकी मुलाकात किंग अब्दुल्ला द्वितीय से होगी. दोस्ती की बातें होंगी, रिश्ते मजबूत करने पर फोकस होगा. लेकिन इन सबके बीच चर्चा किंग अब्दुल्ला द्वितीय के परिवार की हो रही है. वो परिवार जो इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब का 41वां वंशज है. लेकिन एक मुस्लिम देश का राजा होने के बावजूद, उनका परिवार बुर्के या हिजाब की बंदिशों में नहीं रहता. उनकी पत्नी, क्वीन रानिया, दुनिया की सबसे खूबसूरत और फैशनेबल महिलाओं में गिनी जाती हैं. खुद किंग अब्दुल्ला एक ट्रेंड पायलट, स्टार ट्रेक के फैन और पश्चिमी दुनिया के सबसे चहेते मुस्लिम लीडर हैं.
किंग अब्दुल्ला II और क्वीन रानिया के चार बच्चे हैं. इन चारों की परवरिश और शिक्षा-दीक्षा किसी कट्टर माहौल में नहीं, बल्कि दुनिया के बेहतरीन पश्चिमी संस्थानों में हुई है. इनकी लाइफस्टाइल इतनी खास है कि पश्चिमी देशों की हीरोइनें भी मात खा जाती हैं. हम आपको किंग अब्दुल्ला द्वितीय के परिवार से मिलाने जा रहे हैं.
क्राउन प्रिंस हुसैन : सबसे बड़े बेटे और भविष्य के राजा
हुसैन का जन्म 1994 में हुआ. उन्होंने अमेरिका की मशहूर जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी’ से इंटरनेशनल हिस्ट्री की पढ़ाई की है. इसके बाद, अपने पिता और दादा की तरह, उन्होंने ब्रिटेन की रॉयल मिलिट्री एकेडमी सैंडहर्स्ट से आर्मी ट्रेनिंग ली. आज वे जॉर्डन की सेना में कैप्टन हैं और अक्सर अपने पिता के साथ राजनयिक दौरों पर नजर आते हैं. हाल ही में उनकी शादी सऊदी आर्किटेक्ट रजवा अल सैफ से हुई, जो एक भव्य समारोह था.
प्रिंसेस ईमान: मां की कार्बन कॉपी
1996 में जन्मीं राजकुमारी ईमान अपनी मां की कार्बन कॉपी मानी जाती हैं. उन्होंने भी जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और न्यूयॉर्क के ‘पार्सन्स स्कूल ऑफ डिजाइन’ से पढ़ाई की है. ईमान खेलकूद में बहुत आगे रही हैं और घुड़सवारी की शौकीन हैं. 2023 में उनकी शादी वेनेजुएला मूल के जमील अलेक्जेंडर थर्मियोटिस से हुई, जो एक फाइनेंसर हैं.
प्रिंसेस सलमा : आर्मी में जेट पायलट
2000 में जन्मीं सलमा ने परिवार की कोमल राजकुमारी की छवि को तोड़ते हुए एक नया इतिहास रचा. उन्होंने भी सैंडहर्स्ट से ट्रेनिंग ली और जॉर्डन की सेना में पहली महिला जेट पायलट (First Female Jet Pilot) बनीं. एक मुस्लिम देश की राजकुमारी का लड़ाकू विमान उड़ाना पूरी दुनिया के लिए एक सशक्त संदेश था.
प्रिंस हाशिम : किंग्स एकेडमी से ग्रेजुएट
सबसे छोटे बेटे, जिनका जन्म 2005 में हुआ. वे हाल ही में जॉर्डन के किंग्स एकेडमी से ग्रेजुएट हुए हैं और अब आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में हैं.
क्या घर की महिलाएं पहनती हैं बुर्का?
- यह सवाल अक्सर पूछा जाता है. लेकिन जवाब है- बिल्कुल नहीं. किंग अब्दुल्ला की पत्नी, क्वीन रानिया अल-अब्दुल्ला को आपने शायद ही कभी हिजाब या बुर्के में देखा हो. वे अक्सर डिजाइनर वेस्टर्न ड्रेस, ट्राउजर और स्कर्ट्स में नजर आती हैं. उनके बाल खुले रहते हैं और वे दुनिया के बड़े-बड़े मंचों पर बेबाकी से अपनी बात रखती हैं.
- क्वीन रानिया ने कई इंटरव्यू में स्पष्ट कहा है कि इस्लाम में पर्दा आंखों और सोच का होता है, न कि सिर्फ कपड़ों का. उन्होंने एक बार कहा था, धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं है. हिजाब पहनना या न पहनना मेरा व्यक्तिगत चुनाव है. दुख की बात है कि पश्चिम में लोग हिजाब को पिछड़ेपन या गुलामी की निशानी मानते हैं, जबकि ऐसा नहीं है.
- किंग अब्दुल्ला ने कभी भी अपने परिवार की महिलाओं पर रूढ़िवादी नियम नहीं थोपे. उनकी बेटियां, ईमान और सलमा भी अपनी मां की तरह ही आधुनिक लिबास पहनती हैं और सार्वजनिक जीवन में बिना सिर ढके नजर आती हैं. यह जॉर्डन के समाज में एक बड़े बदलाव का प्रतीक है, जहाँ राजा का परिवार खुद उदाहरण पेश कर रहा है कि मॉडर्न होकर भी मुसलमान बना रहा जा सकता है.
अथाह संपत्ति और स्विस रहस्यों की कहानी
जॉर्डन एक छोटा मुल्क है, लेकिन किंग अब्दुल्ला की संपत्ति अक्सर सुर्खियों में रही है. 2021 में पेंडोरा पेपर्स लीक ने दुनिया को चौंका दिया था. इन दस्तावेजों में दावा किया गया कि किंग अब्दुल्ला ने गुपचुप तरीके से अमेरिका और ब्रिटेन में 100 मिलियन डॉलर यानी करीब 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की लक्जरी संपत्तियां खरीदी हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, किंग के पास यहां समुद्र किनारे तीन आलीशान विला हैं, जिनकी कीमत करोड़ों डॉलर है. दुनिया के सबसे महंगे शहरों में भी उनके पास कई घर हैं. क्रेडिट सुइस लीक में पता चला कि किंग के पास स्विट्जरलैंड के बैंकों में कई खाते थे, जिनमें करीब 245 मिलियन डॉलर यानी लगभग 2000 करोड़ रुपये जमा थे. हालांकि, शाही परिवार ने इन खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि यह राजा की निजी पैतृक संपत्ति है और इसका इस्तेमाल आधिकारिक दौरों और सुरक्षा के लिए किया जाता है, न कि जनता के पैसे का दुरुपयोग.
भेष बदलकर निकलते हैं सड़कों पर
- किंग अब्दुल्ला केवल महलों तक सीमित नहीं हैं. उनकी लाइफस्टाइल में एडवेंचर कूट-कूट कर भरा है. वे एक प्रशिक्षित पायलट हैं और कोबरा अटैक हेलीकॉप्टर उड़ा सकते हैं. उन्हें स्काई डाइविंग और स्कूबा डाइविंग का बेहद शौक है.
- बहुत कम लोग जानते हैं कि किंग बनने से पहले, जब वे राजकुमार थे, उन्होंने अपनी पसंदीदा टीवी सीरीज ‘स्टार ट्रेक: वॉयजर’ के एक एपिसोड में छोटा सा रोल (कैमियो) किया था. वे साइंस फिक्शन के इतने बड़े दीवाने हैं कि जॉर्डन में फिल्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने बहुत काम किया है. हॉलीवुड फिल्म ‘द मार्टियन’ और ‘अलादीन’ की शूटिंग जॉर्डन में ही हुई थी.
- कई बार वे भेस बदल कर जॉर्डन की सड़कों पर निकलते हैं ताकि जान सकें कि आम जनता सरकारी दफ्तरों और अस्पतालों में कैसा महसूस करती है. कई बार वे टैक्सी ड्राइवर बनकर या बूढ़े आदमी बनकर बाहर निकलते हैं.
इस्लाम और मॉडर्निटी का संगम
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला II और उनका परिवार यह साबित करता है कि जड़ें परंपराओं में हों, तो भी शाखाएं आसमान छू सकती हैं. जहाँ एक तरफ वे अपने बेटे की शादी में पारंपरिक अरबी रस्में निभाते हैं और तलवार लेकर नाचते हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी बेटी फाइटर प्लेन उड़ाती है और पत्नी जींस पहनकर दुनिया को महिला सशक्तिकरण का पाठ पढ़ाती हैं. उनकी कहानी में सिर्फ चमक-दमक या संपत्ति के आंकड़े नहीं हैं, बल्कि एक संदेश है कि एक मुस्लिम परिवार आधुनिक होते हुए भी अपनी आस्था और पहचान के साथ मजबूती से खड़ा रह सकता है. शायद यही वजह है कि तमाम तूफानों से घिरे मिडिल ईस्ट में जॉर्डन आज भी स्थिरता और शांति का एक टापू बना हुआ है.






