भारतीय शादियां दुनिया भर में अपनी रौनक, परंपराओं, महंगे लिबास, भव्य स्थल और स्वादिष्ट भोजन के लिए जानी जाती हैं। परिवार सालों तक पैसे बचाते हैं, ताकि शादी को जीवनभर याद रहने वाला कार्यक्रम बनाया जा सके।
लेकिन राजधानी जयपुर के एक शख्स ने पांच सितारा होटल में हुई शादी में शामिल होकर ऐसा सवाल उठा दिया, जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। शख्स ने सवाल किया, इतना खर्च करने की क्या गारंटी है कि रिश्ता चलेगा?
दरअसल, एक वायरल वीडियो में इस मेहमान ने बताया कि शादी का सिर्फ चार घंटे का फंक्शन हुआ, जिसका बिल 37.4 लाख रुपए आया। प्रति प्लेट की कीमत 3,440 रुपए (टैक्स सहित) थी। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि ज्यादातर मेहमानों ने खाना मुश्किल से चखा भी नहीं।
वह खुद बताते हैं कि उन्होंने पूरी शाम में केवल 250 ग्राम खाना ही खाया, जिसमें एक पापड़, थोड़ी सी मूंग दाल का हलवा और ब्रॉकली-बादाम सूप शामिल था। मेहमान के मुताबिक, शादी के अगले दिन भुगतान किया जाना था। लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा आश्चर्य उस सोच पर हुआ, जिसमें लाखों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं। मगर रिश्ते की लंबी उम्र को लेकर कोई भरोसा नहीं होता।
उन्होंने कहा, शादी को पूरी जिंदगी का इवेंट बनाओ, एक दिन का इवेंट नहीं। ऐसे लोगों को बुलाओ जो तुम्हारे दुख के वक्त साथ खड़े रहें। वे परिवारों से अपील करते हैं कि शादी सादगी से करें और पैसे बच्चों के भविष्य में लगाएं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
वीडियो वायरल होने के बाद इंटरनेट पर बहस शुरू हो गई। कई लोगों ने इस विचार का समर्थन किया। कुछ ने कहा कि बड़े शादी समारोह कभी-कभी माता-पिता की खुशी और उनकी सामाजिक रिश्तेदारी के लिए किए जाते हैं।
एक यूजर ने लिखा, बेटियों-बेटों को पैसे देकर उनका भविष्य सुरक्षित करो। उन्हें बिजनेस करने दो, नए अनुभव लेने दो, घूमने दो, नई स्किल सिखाओ…शादी में पैसा उड़ाने से बेहतर यही है।
दूसरे कमेंट में कहा गया, चाहे रिश्ता जीवनभर चले, फिर भी इतना पैसा खर्च करना बेकार है। एक यूजर ने यह भी समझाया कि शादी एक बड़ा उद्योग भी बन चुका है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। जैसे कैटरिंग, डेकोरेशन, कपड़े, होटल और ट्रांसपोर्ट आदि। उनका कहना था कि खर्च अपनी हैसियत के अनुसार होना चाहिए।
एक व्यक्ति ने शेयर किया, मेरी शादी थोड़ी भव्य हुई थी। क्योंकि मेरे माता-पिता अपनी खुशियों में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को बुलाना चाहते थे। लोग आज भी मेरी शादी को याद करते हैं। कुछ लोगों ने सादगी का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके दोस्तों ने कोर्ट मैरिज की और बाकी पैसे से हनीमून पर चले गए।
उस मेहमान ने परिवारों को सलाह दी कि दिखावे की बजाय भविष्य पर पैसा लगाएं। उन्होंने कहा, हमें कम खिला दो, हमारा पेट पहले से भरा है। वो पैसा बेटी को दे दो, उसके नाम FD करवा दो। यही असली निवेश है। उनकी यह सलाह लोगों के दिलों को छू रही है। कई लोग इसे एक ईमानदार संदेश बता रहे हैं।




