बीते कुछ सालों में लोगों के यात्रा करने के तरीके में एक शांत लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव आया है. अब टूरिस्ट सिर्फ ऐतिहासिक स्थलों, संग्रहालयों या महंगे रेस्टोरेंट तक ही सीमित नहीं रह गए हैं. इसके बजाय, कई यात्री अब किसी भी जगह की संस्कृति को समझने के लिए वहां के सुपरमार्केट और स्टोर्स का रुख कर रहे हैं. जो काम कभी रोजमर्रा की जरूरत समझा जाता था, वह अब स्थानीय जीवनशैली और संस्कृति की एक अप्रत्याशित झलक बन गया है.
इस ट्रेंड को ‘किराना-स्टोर पर्यटन’ या ‘कोनबिनी पर्यटन’ कहा जाता है, जो कि दुनिया भर में फैल चुका है. यह जिज्ञासा, कम खर्च में चीजें जानने की इच्छा और भोजन के माध्यम से रोजमर्रा की आदतों को समझने के आकर्षण से प्रेरित है. यह बदलाव सबसे ज्यादा जापान में दिखाई देता है, जहां साधारण जनरल स्टोर, या ‘कोनबिनी’ (Konbini) जाना अपने आप में एक यात्रा अनुभव बन गया है. इतना ही नहीं सोशल मीडिया के प्रभाव से, ये स्टोर अब सांस्कृतिक आकर्षण के केंद्र बन गए हैं.
कोनबिनी पर्यटन क्या है और क्यों है इतना खास?
‘कोनबिनी पर्यटन’ एक नया यात्रा ट्रेंड है जिसका सीधा अर्थ है कि यात्री अपने टूर के हिस्से के रूप में जानबूझकर जापान के सुविधा स्टोरों में जाते हैं. ‘कोनबिनी’ जापानी भाषा में सुविधा स्टोरों के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है और ये स्टोर जापान की रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत गहरे समाए हुए हैं.
पर्यटकों के लिए, ये दुकानें स्थानीय खाद्य संस्कृति का परिचय देती हैं. यात्री अक्सर मौसमी स्नैक्स, तुरंत खाने के लिए बने नए-नए व्यंजन और करीने से सजाए गए बेंटो बॉक्स की तलाश में गलियारों में घूमते हैं. कई यात्री तो अलग-अलग कोनबिनी पर जाकर उत्पादों की तुलना भी करते हैं, उनके पैकेजिंग डिजाइन, स्वाद के नए चलन और क्षेत्रीय विविधताओं पर बारीकी से ध्यान देते हैं.
कोनबिनी पर्यटन को खास बनाने वाली बात यह है कि यह रोजमर्रा के काम को एक सांस्कृतिक अनुभव में बदल देता है, जो यह दिखाता है कि स्थानीय लोग चलते-फिरते क्या खाते-पीते हैं और विक्रेता उनकी जरूरतों को कितनी कुशलता से समझते हैं.
जापानी सुविधा स्टोर्स की खासियतें
जापानी सुविधा स्टोर दुनिया भर में मशहूर हो रहे हैं, जो उन्हें एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करता है. उनके स्टोर में मिलने वाला खाना अपनी क्वालिटी के लिए मशहूर है. फिर चाहे वह करी और चावल के कटोरे हों, या ओनिगिरी और सैंडविच.
इन स्टोरों में मौसमी प्रोडक्ट, जैसे सकुरा- थीम वाले डेसर्ट से लेकर विशेष ड्रिंक तक, एक नयापन लाते हैं जो घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों यात्रियों को आकर्षित करता है. इतना ही नहीं कोनबिनी कई ऐसी सेवाओं के लिए भी जानी जाती है, जो अन्य देशों में दुर्लभ हैं, जैसे टिकट खरीद, पार्सल पिक-अप, बिल भुगतान और प्रिंटर की सुविधा. यह सब इस धारणा को मजबूत करता है कि कोनबिनी सुविधा, क्वालिटी,
रचनात्मकता और नवीनता का एक विशिष्ट जापानी मिश्रण प्रस्तुत करती है. कई यात्रियों के लिए, ये स्टोर औपचारिक रेस्टोरेंट या बड़े रिटेल स्टोर में जाए बिना रोजमर्रा की जापानी दिनचर्या को समझने का एक सुलभ तरीका प्रदान करते हैं.
सोशल मीडिया ने कैसे बढ़ाया इस क्रेज को?
कोनबिनी पर्यटन इतना तेजी से इसलिए बढ़ा है क्योंकि इसमें सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ है. सोशल मीडिया पर अब छोटे वीडियो और तस्वीरें आम यात्रा अनुभवों को भी रोमांचक बना देती हैं. यही वजह है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर लोग कोनबिनी के स्नैक्स का रिव्यू करते हैं, स्टोर की खास बातें बताते हैं और अजीबोगरीब प्रोडक्ट के वीडियो शेयर करते हैं.
ये वीडियो अक्सर दुकान की हैरान करने वाली बातों को दिखाते हैं, जैसे 24 घंटे गर्म भोजन मिलना या बड़े ब्रांड्स के साथ उनके खास सहयोग. जब ये वीडियो वायरल होते हैं, तो जो लोग जापान जाने वाले होते हैं, वे पहले से ही जान जाते हैं कि उन्हें कोनबिनी में क्या-क्या देखना और खरीदना है. सोशल मीडिया की वजह से साधारण चीजें भी अब साझा करने योग्य सामग्री बन जाती हैं, जिससे और भी ज्यादा पर्यटक कोनबिनी को अपनी देखने लायक जगहों की लिस्ट में शामिल करते हैं.
दुनिया भर में बढ़ रहा है किराना-स्टोर पर्यटन
कोनबिनी पर्यटन सिर्फ जापान तक सीमित नहीं रहा. कई देशों में लोग स्थानीय सुपरमार्केट को भी यात्रा अनुभव का हिस्सा बना रहे हैं.
फ्रांस: मोनोप्रिक्स और कैरेफोर में लोग चीज, चॉकलेट और स्थानीय उत्पाद खरीदने जाते हैं.
दक्षिण कोरिया: GS25 और CU अपने अनोखे स्नैक्स व मील किट के कारण पर्यटकों में मशहूर हैं.
अमेरिका: ट्रेडर अपनी अनोखी पैकेजिंग और स्वादों के कारण यात्रा लिस्ट में शामिल होता जा रहा है.
दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप: यहां की किराना दुकानें स्थानीय स्वाद, मसाले, स्नैक्स और रुझानों को सबसे अच्छे तरीके से दिखाती हैं.





