IDF killed Mohammed al Ghamari: आतंकवाद (Terrorism) का खात्मा करने के लिए इजरायल (Israel) लगातार कार्रवाई कर रहा है. भले ही माफ मांगनी पड़े, टारगेट हासिल करने की जल्दबाजी में वो अपने संरक्षक अमेरिका (US) के जानने वालों पर भी बम मारने में संकोच नहीं कर रहा. मिडिल ईस्ट हो या अरब जगत हर जगह इजरायली फौजों (IDF) की तूफानी पारी जारी है. ईरान के पाले पोसे हों या कहीं और के लेबनान के ‘हिज्बुल्लाह’ से यमन के ‘हूती’ तक इजरायली खौफ पसरा है. इसी बीच अचानक मोहम्मद अल गमारी की मौत की खबर आती है और आते ही वायरल हो जाती है. आखिर कौन हैं गमारी जिसकी मौत पर कहीं मातम है तो कहीं जश्न, आइए आपको बताते हैं.
कौन हैं गमारी?
यमन में हूती विद्रोहियों के सैन्य कमांडर मोहम्मद अल-गमारी की मौत हो गई है, ईरान समर्थित संगठन हूती को कुछ देश आतंकवादी संगठन मानते हैं. ऐसे में हूती ने जैसे ही गमारी की मौत की पुष्टि की तो इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने उसका क्रेडिट लेने में देर नहीं लगाई. इजरायली रक्षामंत्री ने कहा, ‘इजरायली हमले में घायल होने के बाद गमारी की मौत हुई है’.
कहीं मातम कहीं जश्न
हूती ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप के जरिए अपने चीफ की मौत की जानकारी देते हुए कहा, ‘उनकी मौत जिहाद के लिए लड़ते हुए हुई. हालांकि हूतियों ने अपने कमाडंर इन चीफ की मौत की असल वजह नहीं बताई’. इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने X के जरिए कहा, ‘अगस्त में इजरायली हमले में हूती सेना के प्रमुख मुहम्मद अल-गमारी घायल हो गए थे. इस हमले में हूती प्रधानमंत्री और लगभग एक दर्जन अन्य मंत्री मारे गए थे.
‘द टाइम्स ऑफ इजरायल’ की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने 12 जून को अल-गमारी और अन्य वरिष्ठ हूती अधिकारियों पर टारगेट किलिंग का प्रयास किया था. उसी समय आ रही रिपोर्ट्स से संकेत मिले रहे थे कि अल-गमारी गंभीर रूप से घायल हैं और उनकी मौत की खबर कभी भी आ सकती है.
अगस्त में भी हूती नेताओं पर इजरायली हमले में कथित तौर पर निशाना अल-गमारी भी शामिल थे. उस हमले में हूती प्रधानमंत्री अहमद गालिब अल-रहावी के समेत उनके दर्जनभर खासमखास ढेर हुए थे. राजधानी सना में हुई एयर स्ट्राइक में हूती चरमपंथियों के प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी की मौत हो गई थी. इजरायली एयरस्ट्राइक के दौरान रहावी अपने सेफ हाउस में थे.






