चश्मों की दिग्गज कंपनी लेंसकार्ट इस साल के सबसे बड़े आईपीओ के लिए पूरी तरह तैयार हो रही है. बैंकर्स के मुताबिक, कंपनी नवंबर के पहले हफ्ते में करीब 8,000 करोड़ रुपये का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) लॉन्च करने वाली है.
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, यह 2025 का चौथा सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो टाटा कैपिटल, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के बाद आएगा. निवेशकों में बड़े आईपीओ के लिए जोरदार रुचि बनी हुई है, और लेंसकार्ट इसी मौके का फायदा उठाना चाहते है.
7,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की प्लानिंग
एक बैंकर्स ने बताया कि कंपनी अक्टूबर के आखिर तक प्राइस बैंड की घोषणा कर सकती है और आईपीओ नवंबर की शुरुआत में ही खुल जाएगा. इसी महीने ब्रोकरेज ग्रोव भी अपना 7,000 करोड़ रुपये का IPO लाने की तैयारी में है. लेंसकार्ट और बैंकर्स को भेजे गए ईमेल का अभी जवाब नहीं आया है. इस आईपीओ के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली, सिटी, अवेंडस और एक्सिस कैपिटल जैसे बड़े बैंक लीड मैनेजर्स होंगे.
2,150 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे
आईपीओ में नई इश्यू के जरिए 2,150 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे, जबकि मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 13.23 करोड़ इक्विटी शेयरों की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) होगी. ओएफएस में प्रमोटर्स पेयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कपाही के शेयर शामिल होंगे. साथ ही कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्म्स भी अपने शेयर बेचेंगी.
कंपनी का फाइनेंशियसल परफॉर्मेंस
लेंसकार्ट ने वित्त वर्ष 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है. पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2024 में जहां कंपनी को 10 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था, वहीं इस साल 297 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया गया. राजस्व में भी जबरदस्त उछाल आया. वित्त वर्ष 2025 में यह 6,652 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 5,428 करोड़ रुपये से 22 फीसदी ज्यादा है. यह ग्रोथ कंपनी की मजबूत बिक्री और ऑपरेशंस की वजह से है.
2010 में शुरू हुई थी लेंसकार्ट
लेंसकार्ट 2010 में Online business के रूप में शुरू हुई थी और तीन साल बाद पहला रिटेल स्टोर खोला. आज यह भारत में 2,000 से ज्यादा स्टोर्स के साथ चश्मों का सबसे बड़ा नाम बन चुकी है. कंपनी प्रिस्क्रिप्शन चश्मे, सनग्लासेस, कॉन्टैक्ट लेंस और एक्सेसरीज डिजाइन, बनाती और बेचती है. भारत के अलावा विदेशों में भी इसकी मौजूदगी है. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 29.52 मिलियन कस्टमर एंट्रीज दर्ज कीं और 16 मिलियन से ज्यादा आई टेस्ट किए.
यह आईपीओ भारत के तेजी से बढ़ते आईपीओ मार्केट का हिस्सा बनेगा. इस साल अब तक 15 अरब डॉलर से ज्यादा की लिस्टिंग हो चुकी हैं. लेंसकार्ट का यह कदम कंपनी को और मजबूत बनाएगा, खासकर टेक्नोलॉजी और एक्सपैंशन के लिए. निवेशक जहां एक तरफ इसके मजबूत फाइनेंशियल्स से खुश हैं, वहीं कुछ रिस्क जैसे टैक्स डिस्प्यूट्स भी सामने हैं. लेकिन कुल मिलाकर, यह आईपीओ बाजार में हलचल मचा सकता है.
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