आज भारतीय शेयर बाजार में दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के शेयर लिस्ट हो गए हैं. कंपनी के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) को इतनी जबरदस्त मांग मिली कि यह देश के इतिहास का सबसे ज्यादा बोली वाला आईपीओ बन गया है.
आज एलजी के शेयर्स की धमाकेदार लिस्टिंग हुई है. एनएसई पर 1710.1 रुपये प्रति शेयर पर लिस्टिंग हुई है और बीएसई पर 1715.1 रुपये प्रति शेयर पर एलजी के शेयर्स लिस्ट हुए हैं.
आईपीओ का सब्सक्रिप्शन कब तक खुला था?
आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 7 से 9 अक्टूबर तक खुला था और अलॉटमेंट 10 अक्टूबर को हुआ और आज मंगलवार को एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंजों पर लिस्ट हुए हैं. इस आईपीओ ने रिकॉर्ड तोड़ दिया. कुल सब्सक्रिप्शन की रकम लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये रही, जो बाजाज हाउसिंग फाइनेंस के पिछले रिकॉर्ड 3.2 लाख करोड़ रुपये को आसानी से पीछे छोड़ चुकी है.
सब्सक्रिप्शन 54 गुना हुआ
कुल शेयरों की पेशकश के मुकाबले सब्सक्रिप्शन 54 गुना रहा है. इसमें संस्थागत निवेशकों (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स या क्यूआईबी) ने सबसे आगे रहते हुए 166 गुना से ज्यादा बोली लगाई. गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) की सब्सक्रिप्शन 22 गुना, रिटेल निवेशकों की 3.5 गुना और कर्मचारियों की 7.6 गुना रहा.
ये था प्राइस बैंड
यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) था, जिसमें 10.18 करोड़ से ज्यादा शेयर बेचे गए. साउथ कोरियाई पैरेंट कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक ने अपनी हिस्सेदारी कम की. शेयर की कीमत बैंड 1,080 से 1,140 रुपये प्रति शेयर तय की गई थी.
कंपनी के बारे में जानकारी
कंपनी 1997 में भारत में शुरू हुई थी और आज उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स व घरेलू उपकरणों के बाजार में बड़ा नाम है. एलजी इंडिया टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव और एयर कंडीशनर जैसे उत्पाद बनाती और बेचती है, जो पूरे देश के घरों में इस्तेमाल होते हैं.
कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
राइट्स इश्यू ड्राफ्ट के समय, प्रमोटर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के पास कंपनी की 100 फीसदी इक्विटी शेयर कैपिटल थी. वैश्विक स्तर पर एलजी इनोवेटिव टेक्नोलॉजी की पायनियर है और इंडस्ट्रियल कंज्यूमर्स के लिए हाई-टेक कंपोनेंट्स भी बनाती है. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का राजस्व 24,366 करोड़ रुपये रहा और मुनाफा 2,203 करोड़ रुपये का रहा. इसके फाइनेंशियल रेशियो मजबूत हैं, जैसे हाई रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (आरओसीई), और कर्ज लगभग 0 है. यह कंपनी की मजबूत स्थिति को भी दिखाता है.
एलजी इंडिया का बाजार में आना उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के लिए अच्छा संकेत है. निवेशक जहां इसके मजबूत नंबरों से खुश हैं, वहीं लिस्टिंग पर शेयर की शुरुआती कीमत पर सबकी नजरें टिकी हैं. यह आईपीओ न सिर्फ कंपनी को फंडिंग देगा, बल्कि भारतीय बाजार को और आकर्षक बनाएगा.
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