एनएमआईए का आर्किटेक्चर भारत के राष्ट्रीय फूल कमल से प्रेरित है, जो भारतीय संस्कृति को दर्शाता है. टर्मिनल बिल्डिंग में 12 स्कल्प्चरल कॉलम्स कमल की पंखुड़ियों की तरह ऊपर उठते हैं, जबकि 17 मेगा कॉलम्स स्ट्रक्चर का वजन संभालते हैं. यह डिजाइन न केवल आकर्षक है, बल्कि फंक्शनल भी है, जो नैचुरल लाइट और वेंटिलेशन को बढ़ावा देता है. इससे एनर्जी एफिशिएंसी में सुधार होता है. यह एयरपोर्ट न सिर्फ यात्रियों को सुविधा देगा, बल्कि भारतीय कला और संस्कृति का प्रतीक बनकर पर्यावरणीय स्थिरता को भी बढ़ावा देगा.
एनएमआईए भारतीय कला और संस्कृति का डिजिटल शोकेस है. यहां डिजिटल आर्ट प्रोग्राम के तहत महाराष्ट्र और भारत की कला, क्राफ्ट और संस्कृति को डिजिटल स्क्रीन, इंटरेक्टिव टनल्स और किनेटिक इंस्टॉलेशन के जरिए प्रदर्शित किया जाएगा. ये इंस्टॉलेशन मुंबई और महाराष्ट्र की कहानियों को जीवंत करेंगे. इमर्सिव डिजिटल टनल्स और इंटरेक्टिव स्क्रीन यात्रियों को सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेंगे. यह पहल एयरपोर्ट को न केवल एक ट्रांजिट हब, बल्कि भारतीय विरासत और आधुनिकता के संगम का प्रतीक बनाएगी.
टर्मिनल वन में यात्रियों के लिए कई खास सुविधाएं हैं. डोमेस्टिक डिपार्चर में बच्चों के लिए किड्स प्ले जोन, वीआईपी और सीआईपी लाउंज में 500 यात्रियों की बैठने की व्यवस्था, और ट्रांजिट होटल में 80 रूम्स उपलब्ध होंगे. इसके अलावा, लगेज डिलीवरी, बैग रैपिंग, क्लोक रूम और रिपेयर जैसी सेवाएं भी मिलेंगी. मीट एंड ग्रीट और पर्सनल असिस्टेंस सर्विस यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करेगी. ये सभी सुविधाएं यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं.
एनएमआईए को ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में डिज़ाइन किया गया है. यहां 47 मेगावाट सोलर पावर, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, लो-फ्लो वॉटर फिटिंग्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का उपयोग होगा, ताकि कार्बन उत्सर्जन कम हो. कमल से प्रेरित डिजाइन नैचुरल लाइट और वेंटिलेशन को बढ़ावा देता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है. यह पर्यावरणीय स्थिरता पर जोर देता है और आधुनिक तकनीक के साथ हरित भविष्य की दिशा में एक कदम है. यह एयरपोर्ट न केवल सुविधाजनक है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार भी है.
एनएमआईए की लोकेशन उलवे, नवी मुंबई में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. यह साउथ मुंबई से 37 किमी, जेएनपीटी पोर्ट से 14 किमी, मिडक तालोजा से 22 किमी, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट से 35 किमी, ठाणे से 32 किमी और भिवंडी से 40 किमी दूर है. यह दूरी इसे औद्योगिक और वाणिज्यिक हब्स से जोड़ती है. बेहतर कनेक्टिविटी के साथ यह एयरपोर्ट यात्रियों और कार्गो के लिए सुगम परिवहन सुनिश्चित करेगा. यह नवी मुंबई को एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा.
एनएमआईए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित हुआ है, जिसमें अदाणी ग्रुप की मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) की 74% और सिडको की 26% हिस्सेदारी है. यह मॉडल सरकारी और निजी क्षेत्र की ताकत को जोड़ता है, जिससे परियोजना की दक्षता और गुणवत्ता बढ़ी है. अदाणी ग्रुप की तकनीकी विशेषज्ञता और सिडको की क्षेत्रीय योजना ने इस एयरपोर्ट को विश्वस्तरीय बनाया है. यह सहयोग न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देगा.
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुंबईकरों का दो दशक पुराना सपना है, जो अब साकार हो रहा है. यह एयरपोर्ट न केवल मुंबई की हवाई यात्रा क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा. आधुनिक सुविधाओं, सस्टेनेबल डिजाइन और डिजिटल तकनीक के साथ यह विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेगा. यह मुंबई को वैश्विक हब के रूप में और मजबूत करेगा. स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए यह एक नया प्रवेश द्वार होगा, जो कला, संस्कृति और आधुनिकता का अनूठा संगम पेश करेगा.