हिमाचल के बिलासपुर में निजी बस पर हुए लैंडस्लाइड ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया. बस में सवाल 16 लोगों की मौत हो गई है और सभी की लाशों को निकाल लिया गया है. इस हादसे में बड़ा चमत्कार भी देखने को मिला है. क्योंकि बस में कुल 18 लोग सवार थे और केवल दो ही लोगों की जान बच पाई.
दरअसल, बस में अपनी माता के साथ सवर फगोग गांव की आरुषि (10) और शौर्य (8) इस हादसे में जिंदा सकुशल बच गए. वह अपनी मां कमलेश कुमारी के साथ सवार थे, जिनकी मौत मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि दोनों बच्चों की मां, चाची और दो चचेरे भाई अपने रिश्तेदारों के यहां किसी फंक्शन में गए थे. हादसे के वक्त वह सभी घर लौट रहे थे. इस दौरान लैंडस्लाइड की चपेट में बस आ गई और आरुषि और शौर्य भी मलबे में दब गए थे.
शौर्य बस में सबसे पिछले वाली सीट पर बैठा था और बताया जा रहा है कि मलबा गिरने के बाद दोनों बच्चे सीट के नीचे जैसे तैसे घुस गए और फिर दोनों की जान बच गई. घटना के बाद दोनों को घायल अवस्था में निकाला गया और फिर बरठीं अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां से उन्हें एम्स रेफर किया गया था. हालांकि, बुधवार सुबह तड़के 4 बजे उन्हें छुट्टी दे दी गई औऱ पिता दोनों बच्चों को अपने साथ ले गए.
चाची औऱ दो चचेरे भाइयों की भी मौत
आरुषि और शौर्य के साथ बस में उनकी चाची और दो चचेरे भाई नक्श और आरव और उनकी मां अंजना भी साथ थी. हालांकि, घटना में किसी की जान नहीं बच सकी. एक ही गांव से, एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से हर कोई सन्न है और पूरे गांव में मातम का माहौल है. अंजना और कमलेश कुमारी का मायका गंगलोह थेह गांव में है. ये सभी रिश्तेदारी में फंक्शन में गए थे.
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