Rajasthan Weather Alert: 5-6 अक्टूबर को सभी जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट, 7-8 को ऐसा रहेगा मौसम
Rajasthan Weather Alert: राजस्थान में फिर मौसम सक्रिय हो गया है। आईएमडी ने 5 और 6 अक्टूबर को सभी जिलों में भयंकर से अति भयंकर बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, जयपुर, उदयपुर और शेखावाटी में भारी बरसात की संभावना है।
Rajasthan Weather Alert: राजस्थान में मानसून की विदाई के बाद एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने 5 और 6 अक्टूबर के लिए राज्यभर में भयंकर से अति भयंकर बारिश का अलर्ट जारी किया है।
विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना नया मौसमी सिस्टम उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान के कई हिस्सों को प्रभावित कर रहा है, जिससे राज्य के लगभग सभी जिलों में ताबड़तोड़ बरसात की संभावना है।
आईएमडी जयपुर केंद्र के मुताबिक, इस सिस्टम के सक्रिय होने से बीकानेर, जयपुर, उदयपुर संभागों और शेखावाटी क्षेत्र में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। विभाग ने चेतावनी दी है कि 5 और 6 अक्टूबर को मौसम अत्यधिक खराब रहेगा, जिसके चलते किसानों, यात्रियों और शहरी निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
24 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने पहले ही 2 अक्टूबर को 24 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था, जिसमें जयपुर, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, हनुमानगढ़, चुरू, उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा शामिल हैं। अब इस चेतावनी को और कड़ा करते हुए कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट तक बढ़ा दिया गया है। बीकानेर और हनुमानगढ़ में किसानों को फसलों को नुकसान से बचाने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
ओलावृष्टि और शहरी बाढ़ का खतरा
जयपुर और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण शहरी बाढ़ की स्थिति बन सकती है। वहीं, दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर में ओलों की बरसात से फलों और सब्जियों की फसलों को नुकसान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि हवा की गति 40 से 60 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे पेड़ गिरने या बिजली आपूर्ति बाधित होने की संभावना है।
विभागों को किया गया अलर्ट
संभावित आपदा को देखते हुए एनएचएआई, बिजली विभाग और जल संसाधन विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। सड़क यातायात बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग तैयार रखने और नदियों-नालों के जलस्तर पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
हालांकि, यह बरसात राज्य के जल संकट को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकती है और रबी फसलों की बुआई के लिए सकारात्मक मानी जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक वर्षा से मिट्टी कटाव, जलभराव और स्थानीय बाढ़ जैसी स्थितियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
आईएमडी निदेशक ने बताया कि विभाग रडार और सैटेलाइट डेटा के माध्यम से हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। 7 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बरसात जारी रहने की संभावना है, जबकि 8 अक्टूबर से मौसम शुष्क और धूपमय हो जाएगा। इसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है।