Sonam Wangchuk Arrest: जयपुर में सामाजिक संगठनों और नागरिक समितियों ने लद्दाख में गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांग्चुक की रिहाई की मांग की. आमेर इलाके में हुए विरोध प्रदर्शन में पूर्व AG जीएस बाफना, गांधीवादी चिंतक सवाई सिंह, कांग्रेस नेता आरआर तिवारी सहित कई समाजसेवी और संगठनों के कार्यकर्ता शामिल रहे.
जयपुर: लद्दाख में पर्यावरण और समाज के मुद्दों पर आवाज़ उठाने वाले प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांग्चुक की गिरफ्तारी ने पूरे देशभर में हलचल मचा दी है. उनकी गिरफ्तारी के विरोध में अब जयपुर की सड़कों पर भी नाराज़गी साफ दिखाई दी. शनिवार को जयपुर नागरिक समिति और कई सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर सोनम वांग्चुक की रिहाई की मांग की और जोरदार प्रदर्शन किया.
जयपुर के आमेर इलाके में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमियों ने हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से सवाल किया कि पर्यावरण और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने वाले एक शांतिप्रिय कार्यकर्ता को किस आधार पर हिरासत में लिया गया है.
प्रमुख हस्तियों की मौजूदगी
प्रदर्शन में कई नामी हस्तियां भी शामिल हुईं. पूर्व एडवोकेट जनरल (AG) जीएस बाफना और गांधीवादी चिंतक सवाई सिंह ने अपनी उपस्थिति से विरोध को और मजबूत बनाया. वहीं समाजसेवी धर्मवीर कटेवा और कांग्रेस नेता आरआर तिवारी भी आंदोलन में सक्रिय रूप से जुड़े रहे. इसके अलावा भाईचारा फाउंडेशन से जुड़े विचार व्यास और अधिवक्ता रुपिन काला ने भी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया.
संगठनों की एकजुट आवाज
जयपुर नागरिक समिति के साथ-साथ कई अन्य सामाजिक संस्थाओं और पर्यावरण से जुड़े कार्यकर्ताओं ने इस विरोध में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. उनका कहना था कि सोनम वांग्चुक ने हमेशा समाज, शिक्षा और पर्यावरण जैसे मुद्दों को उठाया है. ऐसे व्यक्ति की गिरफ्तारी न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि यह आम जनता की आवाज़ को दबाने का प्रयास भी प्रतीत होता है.
गिरफ्तारी पर उठे सवाल
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार को सोनम वांग्चुक के खिलाफ लगे आरोपों को सार्वजनिक करना चाहिए और यदि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है तो उन्हें तुरंत रिहा किया जाए. कई वक्ताओं ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों पर हमला बताते हुए चिंता व्यक्त की.
जयपुर में बढ़ा आंदोलन
जयपुर में हुआ यह प्रदर्शन केवल एक विरोध कार्यक्रम भर नहीं था, बल्कि यह संदेश भी था कि सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करने वाले लोगों की आवाज़ को दबाना आसान नहीं है. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि जल्द ही सोनम वांग्चुक को रिहा नहीं किया गया तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाया जाएगा.
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों की रक्षा के संकल्प को भी दोहराया. उनका कहना था कि किसी भी लोकतांत्रिक समाज में असहमति और विरोध की आवाज़ को दबाना उचित नहीं है. उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यावरण और सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों को उठाने वालों को सम्मान मिलना चाहिए.
जल्द से जल्द रिहा
जयपुर में हुआ यह विरोध प्रदर्शन एक बड़ा संदेश लेकर आया है कि लोकतंत्र में नागरिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना सबसे जरूरी है. सोनम वांग्चुक की गिरफ्तारी ने समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट कर दिया है और अब मांग तेज हो गई है कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.
जयपुर में हुआ यह विरोध प्रदर्शन एक बड़ा संदेश लेकर आया है कि लोकतंत्र में नागरिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना सबसे जरूरी है. सोनम वांग्चुक की गिरफ्तारी ने समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट कर दिया है और अब मांग तेज हो गई है कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.
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