इंदौर, 21 सितम्बर 2025
इंदौर के बहाई हाउस में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर एक प्रेरक और हृदयस्पर्शी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बहाई कम्युनिटी ने सभी धर्मों और आस्थाओं के लोगों को एक मंच पर लाकर शांति का संदेश प्रसारित किया। संगीत, चिंतन, और सामूहिक शांति-प्रतिज्ञा ने इस आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।
मुख्य वक्ता और पीस एम्बेसडर डॉ. गुरमीत सिंह नारंग ने अपने संबोधन “आंतरिक शांति, बाहरी शांति” में उपस्थित लोगों को प्रेरित करते हुए कहा, “शांति का प्रारंभ हमारे हृदय से होता है। यह प्रेम, करुणा, और प्रकृति व सभी जीवों के प्रति सक्रियता के रूप में बाहर की ओर प्रवाहित होती है।” उनके शब्दों ने श्रोताओं के मन में शांति की गहरी अनुभूति जगाई।
कार्यक्रम में संगीत गुरुकुल की मनमोहक प्रस्तुति ने वातावरण को सौहार्द और शांति की भावना से सराबोर कर दिया। बहाई समुदाय की प्रतिनिधि श्रीमती ताहिरा जाधव ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “सच्ची शांति वह आंतरिक शक्ति है, जो हमें जीवन के तूफानों के बीच भी स्थिर और शांत रखती है।”
कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण रहा ‘अब्दुल-बहा’ का प्रेरक उद्धरण, जो इस प्रकार था: “जब युद्ध का विचार आए, उसका विरोध शांति के एक प्रबल विचार से करो; घृणा के एक विचार को अवश्य ही प्रेम के एक शक्तिशाली विचार से नष्ट कर दो।” इस उद्धरण ने सभी को शांति और प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
आयोजन का मुख्य आकर्षण सामूहिक शांति प्रतिज्ञा थी, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने आंतरिक शांति को संवारने, संवाद को बढ़ावा देने, और प्रकृति व सभी प्राणियों की रक्षा करने का संकल्प लिया। इसके बाद 30 सेकंड का सामूहिक मौन रखकर विश्व शांति के लिए प्रार्थना की गई, जिसने सभी के मन को एक गहरी शांति से भर दिया।
कार्यक्रम में पद्मश्री जनक पलटा और लाफ्टर योगा के लिए प्रसिद्ध उज्ज्वल स्वामी की उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामय बनाया। इस कार्यक्रम ने इंदौरवासियों को शांति, एकता, और प्रेम के महत्व को समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
