टीम इंडिया की फिटनेस को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ब्रोंको टेस्ट की शुरुआत की है. BCCI के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस (COE) में इस टेस्ट की शुरुआत की गई है. इस टेस्ट में टीम के खिलाड़ियों को 6 मिनट के अंदर निर्धारित रेस पूरी करनी होगी.
ये टेस्ट खासकर तेज गेंदबाजों के लिए शुरू की गई है. इस टेस्ट पर टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि अगर इस टेस्ट के दौरान खिलाड़ी चोटिल होता है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने कहा कि इस टेस्ट को पूरा करने के चक्कर में खिलाड़ी चोटिल हो सकते हैं.
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रविचंद्रन अश्विन ने क्या कहा?
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ने अपने यूट्यूब चैनल ‘एश की बात’ पर कहा कि जब भी टीम के ट्रेनर बदलते हैं तो टेस्टिंग का तरीका भी बदल जाता है. अगर आप ट्रेनिंग के तरीके बदलते रहते हैं तो ये खिलाड़ियों के लिए बहुत मुश्किल होता है. इस दौरान क्रिकेटर्स को चोट भी लग सकती है.
उन्होंने कहा कि साल 2017 से 2019 तक सोहम देसाई के समय मैंने ये सब कुछ सहा है. उन्होंने कहा कि जब टीम में सब कुछ ठीक चल रहा है तो इसी बदलने की जरूरत नहीं होनी चाहिए. सोहम देसाई की जगह एड्रियन ले रॉक्स को स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच बनाया गया है. उन्होंने ने ही ब्रोंको टेस्ट का सुझाव दिया है, जिस पर हेड कोच गौतम गंभीर ने भी सहमति जताई है.
क्या है ब्रोंको टेस्ट?
टीम इंडिया की फिटनेस को और बेहतर बनाने के लिए BCCI ने ब्रोंको टेस्ट की शुरुआत की है. इसमें खिलाड़ियों, खासकर तेज गेंदबाजों को 6 मिनट के अंदर निर्धारित दौड़ पूरी करनी होगी. इस टेस्ट में एक क्रिकेटर को 20 मीटर शटल दौड़ से शुरुआत करनी होगी. इसके बाद 40 मीटर और 60 मीटर की दौड़ होगी. इन सबको मिलाकर एक सेट बनाया जाएगा. एक क्रिकेटर से बिना रुके ऐसे पांच सेट (कुल 1200 मीटर) दौड़ने की उम्मीद की जा रही है. ये टेस्ट रग्बी और फुटबॉल में इस्तेमाल होता है.
क्यों पड़ी इसकी जरूरत?
इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज अपनी फिटनेस को लेकर काफी जूझ रहे थे. केवल मोहम्मद सिराज ही पांच टेस्ट मैच खेल पाए थे, जबकि जसप्रीत बुमराह केवल तीन टेस्ट मैच में ही हिस्सा ले पाए थे. इसी को देखते हुए इस टेस्ट की शुरुआत हुई है. ये टेस्ट पहले से मौजूद यो-यो टेस्ट के अतिरिक्त है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ खिलाड़ी बेंगलुरु स्थित COE में ब्रोंको टेस्ट दे चुके हैं.
