राजसमंद। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार, राजसमंद में आयोजित बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 की बजट घोषणाओं, फ्लैगशिप योजनाओं, अन्य कल्याणकारी गतिविधियों आदि की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से विभिन्न योजनाओं की अद्यतन प्रगति, क्रियान्वयन की स्थिति तथा भविष्य की कार्ययोजना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बजट घोषणाएं राज्य सरकार की प्राथमिकताओं का आईना होती हैं तथा इनका त्वरित और प्रभावी क्रियान्वयन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण हों और गुणवत्ता से किसी भी स्तर पर समझौता न किया जाए। सभी विभागों से आपसी समन्वय और नियमित अनुश्रवण सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
बैठक में सांसद महिमा कुमारी मेवाड़, कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़, जिला प्रमुख सोहनी देवी, प्रधान अरविंद सिंह, उप जिला प्रमुख सोहनी देवी, कलक्टर अरुण हसीजा, अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, सीएमएचओ डॉ. हेमंत बिंदल, मुख्य आयोजना अधिकारी संजय शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग की घोषणाओं के अंतर्गत केलवा से आमेट, मादरी से लसानी ताल वाया आमेट–देवगढ़, चारभुजा से सेवंत्री, एवं बडारडा पुठिया से फरारा महादेव तक लगभग 70 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण, सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। ऊर्जा विभाग के अंतर्गत भीम क्षेत्र के धांसरिया एवं जालपा में प्रस्तावित 33/11 केवी जीएसएस निर्माण की स्थिति पर चर्चा हुई।
स्वायत्त शासन विभाग की घोषणाओं के तहत नाथद्वारा शहर में शहरी स्वच्छता, ठोस कचरा प्रबंधन एवं जलापूर्ति विस्तार हेतु तैयार की जा रही तीन वर्षीय योजना की प्रगति की जानकारी ली गई। पर्यटन विभाग द्वारा पिपलांत्री को इको-टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने की योजना, चिकित्सा विभाग की आत्मा व सांगठकला में पीएचसी क्रमोन्नयन एवं जिला चिकित्सालय में बेड क्षमता वृद्धि संबंधी कार्यों की स्थिति पर भी विचार-विमर्श हुआ।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा भीम महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय की स्थापना, पशुपालन विभाग द्वारा नाथद्वारा में प्रोटीन पशु आहार संयंत्र की स्थापना तथा जल संसाधन विभाग की सिंचाई परियोजनाएं जैसे दातो का देव, भोपाल सागर, सांगठ बांध, कुंडेली एवं चावण्डिया नहर सहित एनीकट मरम्मत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
डॉ. बैरवा ने निर्देश दिए कि जिन योजनाओं पर अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है, उन्हें शीघ्र प्रारंभ किया जाए तथा प्रत्येक योजना की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बजट घोषणाएं केवल दस्तावेज नहीं, बल्कि जन अपेक्षाओं की पूर्ति का माध्यम हैं। इन्हें जमीनी स्तर तक पहुंचाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
