सुबह-सुबह की दौड़ में जब सांसें फूलने लगती हैं, तो कभी सोचा है वजह क्या है? सड़कों पर रेंगती पुरानी गाड़ियां, हर ओर फैला धुआं और बिगड़ती हवा यही है असली कारण. अब इस पर लगाम कसने के लिए हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो सीधे आपकी गाड़ी और आपकी सांसों से जुड़ा है.
कैमरा बोलेगा पेट्रोल मिलेगा या नहीं!
1 नवंबर 2025 से गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में डेडलाइन से ज्यादा पुरानी गाड़ियों को पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा. साफ शब्दों में कहें तो अगर आपकी कार या बाइक ‘ओवरएज’ है, तो पेट्रोल पंप पर आपको खाली हाथ लौटना पड़ सकता है. अब सवाल उठता है कि गाड़ी ओवरएज है या नहीं, ये कैसे पता चलेगा? इसका जवाब है तकनीक. पेट्रोल पंपों पर लगाए जा रहे ANPR कैमरे यानी ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन डिवाइस आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट से उसकी उम्र का पता लगा लेंगे. उसके बाद तय होगा, तेल मिलेगा या नहीं.
फिलहाल तीन शहर,आगे पूरा NCR
ये बदलाव अभी तीन जिलों में लागू होंगे, लेकिन आने वाले समय में पूरे एनसीआर को इसकी जद में लाया जाएगा.सरकार ने पेट्रोल पंप मालिकों को भी तैयारी का वक्त दिया है. गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में 31 अक्टूबर 2025 तक और बाकी हिस्सों में 31 मार्च 2026 तक कैमरे लगाना जरूरी होगा.
ग्रीन मोबिलिटी में बड़ा बदलाव
साथ ही, ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में एक बड़े बदलाव में हरियाणा सरकार ने अनिवार्य किया है कि आगे चलकर मौजूदा फ्लीट में केवल CNG या इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर ऑटो रिक्शा को ही शामिल किया जाएगा. 1 नवंबर 2025 से केवल BS6 वाले हल्के, मध्यम और भारी वाहन, आवश्यक सेवाओं और दिल्ली में रजिस्टर्ड वाहनों को छोड़कर,दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
हरियाणा और दिल्ली के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
हरियाणा और दिल्ली के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए इस साल अक्टूबर के अंत तक 382 बीएस6 बसें जोड़ी जाएंगी. 1 जनवरी, 2026 से फ्लीट में कोई भी नया डीजल या पेट्रोल दोपहिया वाहन, चार पहिया एलसीवी (लाइट कमर्शियल व्हीकल) या एन1 कैटेगरी के एलजीवी (बड़े माल वाहन) की अनुमति नहीं दी जाएगी. 1 नवंबर, 2026 से दिल्ली में प्रवेश करने वाली सभी बसें, जिनमें पर्यटक बसें और विशेष परमिट वाहन शामिल हैं. ईवी, सीएनजी और बीएस6 मोड में चलना होगा.
