बीते एक हफ्ते से एक चीज जो सबसे ज्यादा सुर्खियों में है वो है 500 रुपए का नोट. दरअसल मीडिया में एक खबर घूम रही है कि आने वाले दिनों में 500 रुपए का नोेट बंद हो सकता है. इस खबर के पीछे तर्क ये दिया जा रहा है कि RBI ने बैंकों को निर्देश दिए थे कि एटीएम में 100 और 200 के नोटों की संख्या बढ़ाई जाए. RBI ने बैंकों को इसके लिए डेडलाइन भी दे डाली है. RBI के इस निर्देश के बाद 500 रुपए का नोट अचानक चर्चा में आ गया.
अब 500 रुपए के नोट की बंद होने की खबरों पर सरकार की फैक्ट चेक यूनिट पीआईबी ने एक ट्विट जारी किया है. पीआईबी की इस फैक्ट चेक में कहा गया है कि एक यूट्यूब चैनल जिसका नाम कैपिटल टीवी है. उसने जो 500 रुपए के नोट की बंद होने की खबर दिखाई है. इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है. सरकार की यूनिट पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में इसे फेक बताया है. पीआईबी का कहना है कि RBI की तरफ से ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है. पीआईबी की फैक्ट चेक के मुताबिक 500 रुपए का नोट बंद नहीं होने जा रहा है और ये सर्कुलेशन में बना रहेगा.
क्या था मामला
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैकों को निर्देश दिया कि बैंको को एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोटों का सर्कुलेशन बढ़ाया जाए. इसके बाद देश के अलग-अलग एक्सपर्ट ने इस निर्देश को अपने अपने तरीके से लेना शुरू कर दिया. एक एक्सपर्ट के मुताबिक बैंकों के एटीएम में पहले 100 और 200 रुपए के नोटों की संख्या बढ़ाई जाएगी और 500 रुपये के नोट को ऐसे ही धीरे-धीरे मार्केट से निकाल कर बैंकों में जमा कराया जाएगा. यह प्रक्रिया एक दिन में नहीं पूरी होगी. लेकिन आरबीआई धीरे धीरे इसे चलन से बाहर कर देगा.
मुख्यमंत्री के बयान से फिर चर्चा
इसके बाद इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार को 500 रुपये और उससे ज्यादा मूल्य के नोटों को बंद कर देना चाहिए, जिसके बाद 500 के नोट सुर्खियों में आ गए. चंद्रबाबू नायडू के मुताबिक बड़े नोट करप्शन की सबसे बड़ी जड़ हैं और अगर इसे खत्म करना है तो बड़े नोटों को चलन से बाहर कर देना चाहिए.
