जयपुर. अगर आप कल यानी 17 दिसंबर को राजस्थान में प्राइवेट बस में यात्रा करने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो एक बार फिर से सोच लिजिए. इसकी वजह है मंगलवार को प्राइवेट बसों का टोटा रहेगा. कल प्राइवेट बसें पीएम नरेन्द्र मोदी की जयपुर में आयोजित होने वाली सभा में कार्यकर्ताओं को लाने में बिजी रहेंगी. इस व्यवस्था में प्रदेशभर ही हजारों बसें व्यस्त रहेंगी. लिहाजा यात्रियों को सरकारी रोडवेज बसों और ट्रेनों को सहारा लेना पड़ सकता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल जयपुर आएंगे. वे राजस्थान की भजनलाल सरकार का एक साल पूरा होने के मौके आयोजित सभा को संबोधित करेंगे. यह सभा जयपुर के सांगानेर इलाके के दादिया गांव में होगी. सभा में प्रदेशभर से लाखों लोगों के आने की संभावना है. लोगों को जयपुर लाने के लिए हजारों बसों की व्यवस्था की जा रही है. निजी बस ऑपरेटर्स का दावा है कि इसके लिए नौ हजार बसों की डिमांड की गई है. निजी बस ऑपरेटर्स और परिवहन विभाग के बीच बसों के किराये और अन्य बातों को लेकर विवाद चल रहा था. यह विवाद अब सुलझ गया है.
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वार्ता में सब कुछ तय कर लिया गया है
रविवार को परिवहन विभाग दफ्तर में अधिकारियों और निजी बस ऑपरेटर्स के बीच हुई बातचीत में कई मांगों पर सहमति बन गई है. परिवहन विभाग की अतिरिक्त आयुक्त रेणु खंडेलवाल, डिप्टी कमिश्नर राकेश मीना और जयपुर आरटीओ-प्रथम राजेन्द्र शेखावत के साथ निजी बस ऑपरेटर्स के बीच हुई वार्ता के बाद सबकुछ तय कर लिया गया है.
30 रुपये प्रति किलोमीटर की दर निर्धारित की गई है
वार्ता में 30 रुपये प्रति किलोमीटर की दर निर्धारित की गई है. वहीं फ्री टोल, टेंपरेरी परमिट और डीजल के कूपन दिए जाने पर भी सहमति बन गई है. सभा में जाने के लिए बसों को सभी जिलों में कलेक्टर्स के माध्यम से डीजल के कूपन मिलेंगे. बसों में किसी भी सरकारी कंपनी के पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया जा सकेगा. हजारों की संख्या में बसें इस कार्यक्रम में बिजी रहेगी. लाजिमी ऐसे हालात में आम यात्री को किसी दूसरे साधन की तलाश करनी पड़ेगी.