टेक दिग्गज कंपनी गूगल ने ‘विलो’ नामक एक नई क्वांटम चिप का अनावरण किया है। कंपनी का दावा है कि यह शक्तिशाली चिप एक ऐसी समस्या को केवल 5 मिनट में हल कर सकती है, जिसे हल करने में दुनिया के सबसे तेज सुपर कंप्यूटरों को भी 10 सेप्टिलियन (10,000,000,000,000,000,000,000,000) साल लगेंगे। यह चिप क्वांटम कंप्यूटिंग में एक महत्वपूर्ण विकास है, जो कण भौतिकी के सिद्धांतों का उपयोग करके शक्तिशाली कंप्यूटर बनाने की कोशिश कर रहा है।
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भविष्य में बदल सकती है क्वांटम कंप्यूटरों की क्षमता
अपनी नई शक्तिशाली क्वांटम चिप को लेकर गूगल का कहना है कि यह एक बड़े पैमाने पर क्वांटम कंप्यूटर बनाने की दिशा में एक कदम है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि विलो अभी केवल एक प्रायोगिक उपकरण है और इसे वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए ज्यादा शक्तिशाली कंप्यूटर की जरूरत है, जो सालों और अरबों डॉलर में बनेगा। यह चिप भविष्य में क्वांटम कंप्यूटरों की क्षमता को पूरी तरह बदल सकता है।
दशकों में शुरू होगा इसका उपयोग
क्वांटम कंप्यूटर पारंपरिक कंप्यूटरों से बहुत अलग होते हैं, क्योंकि वे सूक्ष्म कणों के अजीब व्यवहार का उपयोग करते हैं। यह उम्मीद की जाती है कि वे नई दवाइयां बनाने जैसी जटिल काम बहुत तेजी से कर सकेंगे, लेकिन इसके गलत इस्तेमाल की चिंता भी है। गूगल के वरिष्ठ अधिकारी हार्टमुट नेवेन ने कहा कि विलो चिप का उपयोग कुछ वास्तविक समस्याओं के समाधान में किया जाएगा, लेकिन कॉमर्सियल उपयोग में आने में दशकों का समय लगेगा।
चिप को लेकर विशेषज्ञों का क्या है कहना?
गूगल के चिप ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे बड़ी सफलता मानना गलत होगा। सरे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एलन वुडवर्ड ने कहा कि क्वांटम कंप्यूटर पारंपरिक कंप्यूटरों को नहीं हटाएंगे। विलो ने त्रुटि सुधार में सफलता हासिल की है, लेकिन इसका उपयोग अभी भी एक बड़ा चुनौती है। यूनाइटेड किंगडम (UK) के क्वांटम सेंटर के माइकल कुथबर्ट ने इसे एक मील का पत्थर कहा, जो भविष्य में कई कार्यों में मदद कर सकता है।
क्वांटम कंप्यूटिंग क्या है?
क्वांटम कंप्यूटिंग एक नई प्रकार की कंप्यूटर तकनीक है, जो क्वांटम भौतिकी के सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें कंप्यूटर बिट्स की बजाय क्यूबिट्स का उपयोग किया जाता है। क्यूबिट्स एक साथ कई स्थिति में हो सकते हैं, जिससे कंप्यूटर की गणना क्षमता और गति पारंपरिक कंप्यूटरों से बहुत अधिक होती है। यह नई तकनीक डाटा सुरक्षा, ड्रग डिजाइन और अन्य जटिल गणनाएं जैसी अनेकों बड़ी समस्याओं को हल करने के लिए मददगार हो सकती है।
क्वांटम कंप्यूटिंग का उपयोग
क्वांटम कंप्यूटिंग का इस्तेमाल भविष्य में कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। जैसे, इसमें सुरक्षा को बढ़ाने के लिए बेहतर क्रिप्टोग्राफी, नई दवाओं का विकास और मौसम का सटीक पूर्वानुमान किया जा सकता है। हालांकि, इस तकनीक को अभी विकास के दौर से गुजरना है और इसे सामान्य उपयोग के लिए तैयार होने में कुछ और समय लग सकता है। इसकी संभावनाओं पर अभी भी शोध किया जा रहा है।