नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम से लंबे समय से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने क्रिकेट के हर फॉर्मेट को अलविदा कहने का फैसला लिया है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर साहा ने इस बात की घोषणा की हालिया रणजी ट्रॉफी सीजन उनका आखिरी सीजन होगा. दिसंबर 2021 में उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच मुंबई में खेला था.
पिछले महीने 40 साल के हुए साहा ने भारत के लिए 40 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले हैं. एमएस धोनी के संन्यास के बाद साहा लंबे समय तक भारत के पहले पसंद के विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपरों की लिस्ट में साहा दूसरे स्थान पर हैं. धोनी और पंत संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं. विश्व क्रिकेट के बेहतरीन विकेटकीपरों में से एक माने जाने वाले साहा ने अपने करियर में 1353 टेस्ट रन बनाए और तीन शतक लगाए.
मुंबई में खेला था आखिरी टेस्ट
साहा ने अपना आखिरी टेस्ट तीन साल पहले दिसंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. पहली पारी में उन्होंने 27 जबकि दूसरी पारी में 13 रन की पारी खेली थी. तब के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने उनको बाहर का रास्ता दिखाते हुए ऋषभ पंत के बैकअप के रूप में केएस भरत को चुना था.
साहा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, “क्रिकेट में एक यादगार सफर के बाद यह सीजन मेरा आखिरी होगा. बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हुए रणजी ट्रॉफी में आखिरी बार खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है. इस अविश्वसनीय सफर का हिस्सा रहे सभी लोगों का धन्यवाद, आपका समर्थन मेरे लिए बहुत मायने रखता है. चलिए इस सीजन को यादगार बनाते हैं…”
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर के रूप में 104 शिकार किए जिनमें 92 कैच शामिल हैं. साहा ने टेस्ट क्रिकेट में 1353 रन बनाए जिसमें तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. साहा लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रहे. उन्हें पिछले साल भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था.
भारत की तरफ से उन्होंने अपनी यादगार पारी न्यूजीलैंड के खिलाफ 2016 में खेली थी। उन्होंने तब ईडन गार्डन्स में ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी, नील वैगनर और मिशेल सेंटनर जैसे अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल पिच पर नाबाद अर्द्धशतक बनाया था. उन्हें इस मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था.
रिद्धिमान साहा का करियर
रिद्धिमान साहा ने 2007 में बंगाल की तरफ से फर्स्टक्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने अब तक 138 प्रथम श्रेणी मैच में 7013 रन बनाए हैं. वह 2022 में बंगाल क्रिकेट संघ के अधिकारियों के साथ अनबन होने के कारण त्रिपुरा की टीम से जुड़ गए थे. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के हस्तक्षेप के बाद वह इस सत्र में बंगाल की टीम में वापस आ गए थे. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी 170 मैच खेले. इस टूर्नामेंट में उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटन्स सहित विभिन्न टीमों का प्रतिनिधित्व किया. आईपीएल में उन्होंने अपना एकमात्र शतक 2014 में पंजाब किंग्स की तरफ से कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ लगाया था.