महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई समझौता न हो पाने से भाजपा नेतृत्व भी ऐक्शन में आ गया है। खासतौर पर मुंबई और ठाणे क्षेत्र की 4 सीटों को लेकर भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच तनाव बढ़ गया है। इन सीटों पर भाजपा ने बीते रविवार को उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। कल्याण ईस्ट, ठाणे, नवी मुंबई और मुर्बाद के ये चारों उम्मीदवार 99 कैंडिडेट्स की उस पहली लिस्ट का हिस्सा हैं, जो भाजपा ने जारी की है। दोनों दलों के बीच इन 4 सीटों को लेकर इतना तनाव बढ़ गया है कि एकनाथ शिंदे सेना के नेताओं ने तो प्रचार तक करने से इनकार कर दिया है।
ऐसे में भाजपा नेतृत्व चाहता है कि सारे मतभेदों को जल्दी ही सुलझा लिया जाए और सभी 288 सीटों पर समझौते का जल्द ऐलान हो जाए। इसी के चलते अमित शाह ने बुधवार को दिल्ली में मीटिंग की, जिसमें डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले मौजूद थे। एकनाथ शिंदे सेना की धमकी का असर आसपास की अन्य सीटों पर भी दिख सकता है। भाजपा ने कल्याण ईस्ट सीट से मौजूदा विधायक गणपत गायकवाड़ की पत्नी सुलभ गायकवाड़ को उतारा है। गणपत फिलहाल जेल में हैं और उन पर शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ पर थाने के अंदर फायरिंग करने का आरोप है।
दो नेताओं की निजी रंजिश अब दलों के रिश्तों पर भी असर डाल रही है। शिवसेना नेता शुरू से ही सुलभ गायकवाड़ को कैंडिडेट बनाने के खिलाफ रहे हैं। इसके अलावा ठाणे से संजय केलकर को उम्मीदवार बनाने से भी शिवसैनिक नाराज हैं। इसकी वजह यह है कि एकनाथ शिंदे ठाणे को अपना गढ़ मानते हैं। ऐसे में भाजपा की ओर से कैंडिडेट उतारने को वह गलत मान रहे हैं। नवी मुंबई में गणेश नाइक और मुर्बाद में किशन काठोर की उम्मीदवारी पर भी शिवसेना को ऐतराज है। एक चर्चा यह भी है कि विवाद वाली सीटों पर फ्रेंडली फाइट होने दी जाए, लेकिन इससे भी एनडीए गठबंधन को ही नुकसान होगा।
हालांकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि सीट शेयरिंग पर समझौता लगभग हो चुका है। उनका कहना है कि भाजपा 160 सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी, जबकि शिवसेना भी 120 के करीब सीटें ले सकती है और बाकी पर अजित पवार की एनसीपी को मौका मिलेगा। इस बीच एमवीए में शुरुआती समझौता हो चुका है। तीनों दलों ने 85-85 सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया है। इसके बाद बाकी सीटों पर मंथन चल रहा है।