जालोर में पहाड़ियों के बीच से मंदिर जाने वाली मुख्य सड़क पर कई फीट तक पानी भरा गया। इसका बहाव बेहद तेज था।
राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। शनिवार सुबह जालोर जिले में मूसलधार बारिश हुई। तेज बारिश के कारण पहाड़ी में स्थित सुंधा माता मंदिर के रास्ते पर तेज बहाव के साथ पानी आ गया, अचानक आए पानी में 5 लोग बह गए। इसमें एक महिला की मौत हो
इससे पहले शुक्रवार को जोधपुर, धौलपुर, पाली, भीलवाड़ा समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। आज राज्य के 31 जिलों में बारिश का अलर्ट है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर में लो-प्रेशर सिस्टम बनने से राजस्थान में अगले तीन-चार दिन भारी बारिश का दौर बना रहेगा।
बारिश थमने के बाद स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। महिला का शव निकाल लिया गया है, एक लापता की तलाश की जा रही है।
मौसम केंद्र ने 25-26 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बरसात धौलपुर में 83 एमएम, सरमथुरा में 40, जोधपुर के शेरगढ़ में 57, लूणी में 50, प्रतापगढ़ के धरियावद में 52, पाली के देसूरी में 38, भीलवाड़ा के बनेड़ा में 40 और कारेड़ा में 50 एमएम बरसात दर्ज हुई।
दो सिस्टम बनने से तेज होगी बारिश
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- इस समय भारत में दो लो-प्रेशर सिस्टम बने हैं। एक सिस्टम पश्चिम बंगाल के उतरी भागों और झारखंड के ऊपर है। एक अन्य सिस्टम महाराष्ट्र तट पर लगते अरब सागर की खाड़ी में। मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, सीकर से होकर गुजर रही है।
इन दोनों सिस्टम के कारण दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के अनेक भागों में अगले चार-पांच दिन मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। इस कारण जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर संभाग के अनेक स्थानों पर हल्के से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। कोटा-उदयपुर संभाग में 25-26 अगस्त को कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने और पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभाग के कुछ भागों में भारी बारिश की संभावना है।