बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। अभी तक 5 अल्पसंख्यक हिंदुओं की मौत हुई है तो 200 से ज्यादा हमले हो चुके हैं। यह आंकड़ा भी सिर्फ एक हफ्ते का है, ऐसे में जमीन पर स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। कई ऐसे हिंदू परिवार हैं जो सामने से आकर अपनी आपबीती बता रहे हैं। ऐसे ही एक परिवार से इंडियन एक्सप्रेस ने बात की है।
बांग्लादेश हिंसा: हिंदू परिवार ने क्या बताया?
गोपाल राजबोंगशी ढाका में मंडा फॉर्मेसी की दुकान चालते हैं। जिस दिन शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ा था, उनकी तरफ से अपनी दुकान को ही बंद कर दिया गया, इसके ऊपर उन्होंने अपने स्टाफ को घर भेज दिया। हैरानी की बात यह रही कि चंद घंटों बाद ही कुछ उपद्रवियों ने उनकी दुकान में तोड़फोड़ की, दवाइयां लूटीं और 27 हजार बांग्लादेशी करेंसी लेकर फरार हो गए। इंडियन एक्सप्रेस को गोपाल ने बताया है कि उन्हें पूरे 21.5 लाख का नुकसान हुआ है।
गोपाल अभी भी डरे हुए हैं, उन्हें ऐसा बताया गया है कि यह उपद्रवी उनकी तलाश में लगे हैं। असल में गोपाल एक दुकानदार के साथ-साथ दुर्गाै मंदिर कमेटी के हेड भी हैं। बस यही बात उपद्रवियों को रास नहीं आ रही और वो उन्हें खत्म करना चाहते हैं। अभी गोपाल अपनी पत्नि, 11 साल के बेटे और एक साल की बेटी के साथ जगह-जगह जाकर छिप रहे हैं। अब यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं है बल्कि कई ऐसे हिंदू परिवार सामने आ चुके हैं जिनके साथ ऐसा ही हो रहा है।
मोहम्मद यूनुस से मुलाकात करेंगे हिंदू संगठन
एक आंकड़ा बताता है कि बांग्लादेश में एक हफ्ते के अंदर में पांच हिंदुओं की मौत हुई है, उन पर 200 से ज्यादा हमले हुए हैं। अब इस बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मिलने की तैयारी है। बांग्लादेश के हिंदू, बौध और क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल अंतरिम सरकार के प्रमुख से मिलने जा रहे हैं। अपनी सुरक्षा को लेकर ही वे आवाज बुलंद करने वाले हैं, सरकार से आश्वासन की उम्मीद लगाए बैठे हैं। यूनिटी काउंसिल के अध्यक्ष नीम चंद्रा कहते हैं कि 64 में से 52 जिलों में तोड़फोड़ और धमकाने के मामले सामने आए हैं।
यह जरूर कहा जा रहा है कि बीते कुछ दिनों में स्थिति में थोड़ा सुधार आया है, कई इलाकों में मुस्लिम ही मंदिरों की रक्षा करते दिख रहे हैं। ऐसे में शांति स्थापित करने के तमाम प्रयास देखने को मिल रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति
बांग्लादेश में इस समय 91 फीसदी मुसलमान हैं, 8% से भी कम हिंदुओं की आबादी है। अब हैरानी इस बात की नहीं है कि हिंदू सिर्फ 8 फीसदी के करीब हैं, चिंता का विषय यह है कि हिंदुओं की आबादी बांग्लादेश में साल दर साल घटती जा रही है। बांग्लादेश में 1971 में हिंदुओं की आबादी 13.5 प्रतिशत थी, 1991 तक आंकड़ा 10 फीसदी के आसपास पहुंच गया और अब यह 8 फीसदी से भी नीचे जा चुका है।