अगस्त की पहली तारीख को देशभर के लाखों लोगों को एक बड़ा झटका लगा है. क्योंकि, सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक के सभी अवधि के कंज्यूमर लोन महंगे हो गए हैं. दरअसल इस सरकारी बैंक ने MCLR में 0.05 प्रतिशत या 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. पीएनबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि एक साल की अवधि के लिए स्टैंडर्ड एमसीएलआर अब 8.90 प्रतिशत होगी, जो पहले 8.85 प्रतिशत थी. इसका इस्तेमाल मोटर वाहन तथा पर्सनल जैसे अधिकतर कंज्यूमर लोन के मूल्यांकन में किया जाता है. 3 साल की एमसीएलआर पांच बेसिस प्वाइंट बढ़कर 9.20 प्रतिशत हो गई है.
अन्य के अलावा एक माह, तीन माह और छह माह की अवधि के लिए ब्याज दर 8.35-8.55 प्रतिशत के दायरे में होगी. एक दिवसीय अवधि के लिए एमसीएलआर 8.25 प्रतिशत के स्थान पर 8.30 प्रतिशत होगी. नई दरें एक अगस्त 2024 से प्रभावी हो गई हैं.
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क्या है MCLR?
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लैंडिंग रेट (MCLR) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के लिए एक इंटरनल बेंचमार्क रेट है, इसे 1 अप्रैल 2016 से लागू किया गया था. एमसीएलआर द्वारा बैंक यह निर्धारित करता है कि वे लोन पर कितना ब्याज लगा सकते हैं.
बैंक ऑफ इंडिया ने भी एक वर्ष की अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 8.95 प्रतिशत करने की बुधवार को घोषणा की थी. हालांकि, शेष अवधि के लिए दरें यथावत हैं. बता दें कि मई 2022 से आरबीआई ने महंगाई पर नियंत्रण रखने के लिए लगातार ब्याज दरें बढ़ाई हैं.