राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने विवादों से घिरी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के अंतिम परिणाम हाल ही में घोषित किए हैं. संशोधित परिणामों में 17 अभ्यर्थियों ने शीर्ष स्थान हासिल किया है. जबकि पहले जारी नतीजों में ये संख्या 61 थी. वहीं संशोधित परिणामों में शीर्ष 17 में चार महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. जिससे महिला टॉपर्स का प्रतिशत 16 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है. जबकि शीर्ष 100 में महिलाओं का प्रतिशत 22 प्रतिशत है.
टॉप करने वालों में से राजस्थान से चार, महाराष्ट्र से तीन, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से दो-दो उम्मीदवार हैं. जबकि अन्य छह केरल, चंडीगढ़, तमिलनाडु, पंजाब, बिहार और पश्चिम बंगाल से हैं. संशोधित परिणाम के अनुसार 6 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने 716 अंक प्राप्त किए, तथा 77 ऐसे हैं जिन्होंने 715 अंक प्राप्त किए हैं. शोधित परिणामों में हजारों अन्य अभ्यर्थियों के अंकों और रैंक में बदलाव आया है.
उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद भौतिकी के एक प्रश्न के अंकों को ध्यान में रखते हुए परिणाम घोषित किए गए थे. एनटीए ने कहा था कि इस प्रश्न के दो सही उत्तर थे.
पहले शीर्ष स्थान पर रहे 67 उम्मीदवारों में से 44 ने उस विशेष भौतिकी प्रश्न के लिए दिए गए अंकों के कारण पूरे अंक प्राप्त किए थे. बाद में शीर्ष स्थान पाने वालों की संख्या घटाकर 61 कर दी गई थी, क्योंकि एजेंसी ने कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय के नुकसान की भरपाई के लिए छह उम्मीदवारों को दिए गए कृपांक वापस ले लिए थे.
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 के असफल अभ्यर्थियों को बड़ा झटका देते हुए उच्चतम न्यायालय ने इस परीक्षा को रद्द करने और दोबारा कराने के अनुरोध वाली याचिकाओं को मंगलवार को खारिज कर दिया था. न्यायालय ने कहा था कि परीक्षा की विश्वसनीयता के व्यवस्थित तरीके से प्रभावित होने और अन्य गड़बड़ियों को दर्शाने वाली कोई सामग्री रिकॉर्ड में नहीं है.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) नीट-यूजी 2024 में कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है और उसने छह प्राथमिकी दर्ज की है. नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए किया जाता है.