राजस्थान सरकार ने लोन नहीं चुकाने पर किसानों की जमीन नीलामी पर रोक लगा दी. राजस्थान राज्य सहकार बैंक प्रबंधक को लेटर लिखा है. लेटर में लिखा कि सहकारी बैंकों की ओर से कर्ज वसूली की प्रक्रिया अगले आदेश तक स्थगित रखी जाए. साथ ही सरकार के ध्यान में लाए बिना इस तरह की कार्रवाई पर नाराजगी भी जताई है.
20 लोगों की जमीन नीलाम होने का फरमान जारी हुआ था
सहकारी भूमि विकास बैंक ने 20 लोगों की जमीन नीलाम करने का फरमान जारी किया था. इनमें कई किसान भी हैं, जो खेती के लिए कर्ज लिया था. हनुमानगढ़ सहकारी भूमि विकास बैंक ने इसकी सार्वजनिक सूचना जारी कर नीलामी के लिए 3 जून की तारीख तय की है. इनमें सबसे अधिक रावतसर तहसील के किसान हैं. इस पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार को घेरा था. इसके बाद भाजपा नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा था कि किसानों की जमीन नीलाम नहीं होगी.
3 जून से लेकर 24 जून तक नीलामी की थी डेट
हनुमानगढ़ सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड रावतसर, पीलीबंगा, टिब्बी, पल्लू और हनुमानगढ़ तहसील में कुल 20 किसानों की भूमि 3 जून से लेकर 24 जून तक नीलाम करने की घोषण की थी. यह नीलामी ऋण नहीं चुकाने पर हुई थी.
इनकी जमीन होनी थी नीलाम
माता किताब कौर मेमोरियल शिक्षण संस्थान, हनुमानगढ़, रावतसर तहसील में ग्राम खोडा में महावीर प्रसाद और साहबराम, ग्राम खोडा के रामकुमार, ग्राम रतनपुराढाणी के मलकीत सिंह, रावतसर के राजेंद्र सिंह मदन सिंह, राजकुमार अग्रवाल, ग्राम 21 डीडब्ल्यूडी की रामेश्वरी देवी, ग्राम 10 एसपीएस, तहसील रावतसर के देवीलाल, सोमप्रकाश सोनी, राजकुमार बाजीगर, दयाराम जाट, महावीर धानक, बबीता सॉप फैक्ट्री, जेठाराम मेघवाल, गुरमेल सिंह, माणाराम नायक, अमरीक सिंह, पल्लू के देवासर निवासी पृथ्वीराम नायक, गोलूवाला के प्रेमराज जाट.
27 मई को किसान होंगे इकट्ठा
कुछ ऋणधारियों ने अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री व सहकारिता मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. सभा के रघुवीर वर्मा ने बताया कि किसानों की जमीन की नीलामी के नोटिस से किसान संगठन में नाराजगी है. 27 मई को जिले के किसान हनुमानगढ़ जंक्शन की जाट धर्मशाला में एकत्रित होंगे. इसके बाद जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा.