Stock Market : 2 दिनों की तेजी के बाद आज बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिला। इसी के साथ बाजार आज लाल निशान में बंद हुआ। आज सबसे ज्यादा खरीदारी कंज्यूमर गुड्स और पावर शेयरों में रही। बाजार में सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी रही है। मिडकैप इंडेक्स आज 450 अंक से ज्यादा चढ़ा है। मिडकैप इंडेक्स में करीब 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। निफ्टी मेटल इंडेक्स ने रिकॉर्ड हाई हिट किया। तेल-गैस और रियल्टी शेयरों में भी खरीदारी रही है।
सेंसेक्स 118 अंक गिरकर 72,987 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 17 अंक गिरकर 22,201 पर बंद हुआ है। बैंक निफ्टी 172 अंक गिरकर 47,687 पर बंद हुआ है। मिडकैप 483 अंक चढ़कर 50708 पर बंद हुआ है। आज सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में बिकवाली रही। निफ्टी के 50 में से 27 शेयरों में बिकवाली रही। बैंक निफ्टी के 12 में से 6 शेयरों में बिकवाली रही। डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे मजबूत होकर 83.50 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
मोजोपीएमएस (MojoPMS) के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर सुनील दमानिया का कहना है कि मतदान प्रतिशत और चुनाव परिणाम पर इसके असर से जुड़ी अनिश्चितता बाजार को परेशान कर रही है। बाजार यह मानकर चल रहा है कि कम मतदान का मतलब है कि भाजपा को 2019 के चुनाव की तुलना में कम सीटें मिल सकती हैं।
असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के प्रेसीडेंट और हेड-इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज, पंकज कार्डे ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बाजार में किसी भी तरह की गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
कार्डे ने आगे कहा कि चुनाव नतीजे की परवाह किए बिना बाजार में गिरावट आ सकती है और यह 21,800 के स्तर तक गिर सकता है। अगर भाजपा सरकार सत्ता में नहीं लौटती है तो निफ्टी 50 में और करेक्शन आ सकता है।
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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा
कहना है कि तीन दिनों की तेजी के बाद बाजार ने आज विराम लिया और सपाट बंद हुआ। शुरुआत में तेजी थी लेकिन कुछ दिग्गज शेयरों पर बने दबाव ने निफ्टी को नीचे धकेल दिया। ऐसे निफ्टी पर सतर्क नजरिया बनाए रखने की जरूरत है। 22,300-22,400 के जोन में निफ्टी के लिए रजिस्टेंस दिख रहा। इस समय चुनिंदा क्वालिटी शेयरों पर ही दांव लगाएं। लोकल फैक्टर्स के अलावा अमेरिकी बाजारों पर भी बारीकी से नजर रखने की सलाह है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे
कहना है कि बैंकिंग, ऑटो और एफएमसीजी शेयरों में मुनाफावसूली के कारण आज पूरे कारोबारी सत्र के दौरान बाजार दबाव में रहा। अंत में ये गिरावट के साथ बंद हुआ। हालांकि रियल्टी, तेल और गैस और पावर शेयरों में आई खरीदारी ने गिरावट को सीमित रखा। यूएस फेड की ओर से दरों में कटौती में और देरी होने और एफआईआई की बिकवाली से मार्केट सेंटीमेंट खराब हो गया है। इससे निवेशक घबरा रहे हैं और बढ़ती अनिश्चितता के बीच सतर्क रुख अपना रहे हैं।