हरदा में फैक्ट्री में विस्फोट के दूसरे दिन भी पटाखों का धुआं उठता रहा।मंगलवार को हुए इस हादसे के करीब 26 घंटे बाद बुधवार को बचाव अभियान पूरा हो गया। अब इस मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा रही है। बुधवार सुबह मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण करने और प्रभावितों से मिलने के बाद पीसीसी चीफ पटवारी ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने हादसे में घायलों और मृतकों के परिजनों को सहायता राशि बढ़ाने की भी मांग की।
जीतू पटवारी सुबह हरदा पहुंचकर मौके पर गए और प्रभावितों से चर्चा की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की जिसमें उन्होंने सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट सरकार द्वारा कराया गया अपराध है। बीजेपी के शासन में अब राज्य में बारूद माफिया पैदा हो गया है।
जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में भू माफिया और रेत माफिया के बाद बारूद माफिया भी पैदा हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को घटनावाले दिन ही मौके पर आना था और लोगों से मिलकर उनकी परेशानियों का खत्म करना था।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी कोई फोरेंसिक अधिकारी नहीं आया। उन्होंने रेस्क्यू अभियान पर भी सवाल उठाए। पटवारी ने कहा कि जिस तरह पोकलेन मशीन यहां ताबड़तोड़ जमीन खोद रही है उससे साफ लग रहा है कि सरकार शवों को निकालना नहीं चाहती बल्कि लाशों को दफनाना चाहती है।
जीतू पटवारी ने कहा कि मैंने कई घायलों और घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की। सभी ने बताया कि जो इमारत जमींदोज हुई उसमें बड़ी संख्या में लोग काम कर रहे थे। पटवारी का कहना है कि कम से कम 100 लोग इमारत के मलबे में दबे हैं लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। ब्लास्ट में इमारत तबाह हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि रेस्क्यू में शवों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है।
जीतू पटवारी ने सरकार से मुआवजा राशि बढ़ाने की भी मांग की। उन्होंने हादसे में घायलों को 10 लाख रुपए देने और मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। पटवारी ने सहायता राशि तत्काल जारी करने की भी मांग की।