इंदौर: स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के परिणाम आ गए हैं। इंदौर को सातवीं बार देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला है। सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम में यह अवॉर्ड लिए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह पुरुस्कार दिया है। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भी मौजूद रहे हैं। वहीं, इस बार इंदौर के साथ सूरत को भी संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है।
दरअसल, इंदौर ने लगातार सातवीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया है। इंदौर को साफ बनाने में वहां के लोगों के साथ-साथ नगर निगम की भूमिका भी बड़ी है। जनभागीदारी की वजह से इंदौर को लगातार यह खिताब मिलता रहा है। बीच में बीच नगर निगम और शहर के जनप्रतिनिधि इसे लेकर अभियान चलाते रहते हैं। इंदौर के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं, इंदौर की सफाई प्रणाली को देखने दूसरे राज्यों से भी लोग आते हैं।
साथ ही यह अध्ययन भी करते हैं कि इंदौर कैसे इन सारी चीजों को मेंटन रखता है। इंदौर की सबसे अहम बात है कि यहां शहर से निकले वाले कचरे से गैस बनाया जाता है। उसी गैस से शहर में सीएनजी बसों का परिचालन होता है। कचरे से गैस बनाने के लिए इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।इंदौर के साथ-साथ मध्य प्रदेश को भी स्वच्छता सर्वेक्षण में बेस्ट फॉर्मफर्मिंग स्टेट में सेकंड रैंक मिला है। यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश के दूसरे शहरों की रैंकिंग में भी सुधार आई है।
सीएम ने इंदौर को बधाई दी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण में सातवीं बार इंदौर के प्रथम आने पर मध्यप्रदेश और इंदौर वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इंदौरवासियों ने फिर यह सिद्ध कर दिया है कि स्वच्छता न सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता ही है। स्वच्छता की इस सबसे बड़ी उपलब्धि पर मैं समस्त प्रदेशवासियों और स्वच्छता के कार्य में लगी पूरी टीम, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बधाई देता हूं। अपील करता हूं कि स्वच्छता के लिए आपका यह जुनून कभी कम न हो।