नई दिल्ली। भाजपा से मुकाबले के लिए विपक्षी गठबंधन जहां अंतर्विरोधों और असमंजस के कुहासे से निकलने का प्रयास कर रहा है, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी का दृष्टिकोण कतई स्पष्ट है कि विजय रथ की रणनीतिक राह क्या होगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में देशभर से जुटे पदाधिकारियों को ‘माइक्रो लेवल’ प्लान का चुनावी मंत्र देते हुए सलाह दी कि राज्यों की जीत से अतिविश्वास में आने के बजाय जमीन पर मुस्तैद रहना होगा। भाजपा राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक शुक्रवार शाम को पार्टी मुख्यालय में करीब साढ़े पांच घंटे चली, जिसमें लगभग डेढ़ घंटे तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘पाठशाला’ चली।
बूथ स्तर तक सक्रियता बहुत आवश्यक है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता वाली इस बैठक में पीएम मोदी ने चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान सहित कुछ राज्यों के पदाधिकारियों से उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के संबंध में फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि बड़ी रैलियां हम सफलता से आयोजित कर लेते हैं, लेकिन भाजपा का वोट प्रतिशत 50 से ऊपर पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर सक्रियता को बढ़ाना होगा। बूथ स्तर तक सक्रियता बहुत आवश्यक है।
तीन राज्यों की जीत से अतिविश्वास में न रहें, जमीन पर रहें
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया है। एक दिन पहले ही कुमारस्वामी ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा समेत भाई एचडी रेवन्ना, भतीजे प्रज्जवल रेवन्ना के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। दोनों के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई।