जयपुर : राजधानी जयपुर में एक स्कूल स्टूडेंट के महिला टीचरों से परेशान होकर सुसाइड करने का मामला सामने आया है। मरने से पहले स्टूडेंट ने सुसाइड नोट लेकर अपनी मौत के लिए उसकी स्कूल की दो महिला टीचर को जिम्मेदार बताया है। यह महिला टीचर्स मृतक बच्चे को टीसी काटने की धमकी देती थी। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। इधर, पीड़ित पिता ने सुसाइड नोट के आधार पर स्कूल की दो महिला टीचरों के खिलाफ पुलिस थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज करवाया है।
कमरे में साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या की
हैरान कर देने वाला यह मामला राजधानी जयपुर के शिवदासपुरा थाना क्षेत्र से सामने आया है। इसमें सीतापुरा निवासी छोटू कुमार (15) ने आत्महत्या कर ली। छोटू राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विधानी में नवी क्लास का छात्र था। छोटू ने 9 सितंबर को कमरे में साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कमरा बंद होने से परिजनों को शंका हुई। इस पर परिजनों ने दरवाजा खटखटाया तो, दरवाजा नहीं खुला। इस पर पीड़ित की मां ने शोर मचा कर आसपास के लोगों को बुलाया। बाद में गेट तोड़कर अंदर जाने पर छोटू फंदे पर लटका हुआ मिला। इस सूचना पर शिवदासपुरा पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने शव को मोर्चरी में रखवाया।
दोनों मैडम की इच्छा पूरी हो जाएगी’
घटना के बाद पुलिस को मृतक छोटू की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था ‘रजनी कक्कड़ मेम, हनसना मेम आप लोगों की इच्छा पूरी हो जाएगी। दोनों मेम हमको धमकी दे रही थी। स्कूल से टीसी काट दूंगी। जानकारी में सामने आया है कि आठवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान छोटू का महिला टीचर रजनी कक्कड़ से झगड़ा हुआ था। तब से वह टीसी काटने की धमकी दे रही थी।
दोनों महिला टीचर परेशान करती थी:
सुसाइड नोट मिलने के बाद मृतक छोटू के पिता रविंद्र शाह ने बताया कि उसके बेटे को दोनों महिला टीचर रजनी कक्कड़ और हनसना काफी परेशान करती थी। इसके कारण वह डिप्रेशन में चल रहा था। दोनों महिला टीचर उसका मजाक बनाती थी और बात-बात पर टीसी काटने की धमकी देती थी। इसके कारण उनका बेटा काफी दुखी था। लेकिन उन्होंने घटना को साधारण सी समझा। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश पर पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया गया है।
बिहारी बोलकर महिला टीचर करती थी परेशान
पीड़ित रविंद्र शाह के वकील दीपेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि दोनों महिला टीचर छोटू को बिहारी बोलकर उसकी भाषा का मजाक बनाकर परेशान करती थी। जिससे वह काफी परेशान था। 9 सितंबर को छोटू टीचर की किसी बात से नाराज होकर 11:00 बजे घर आ गया। उसने परिजनों को बताया कि टीचर उसे बिहारी कहकर परेशान कर रही है। उधर, स्कूल ने छोटू के पिता को फोन पर बताया कि वह स्कूल से चला गया है। इस पर छोटू के पिता ने उसे समझा कर वापस स्कूल भेजा। लेकिन 1 घंटे बाद वह वापस घर लौट आया और उसने कमरे को अंदर से लॉक कर अपनी मां की साड़ी से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
