जमीन के फर्जी कागजात बनाकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी ने जयपुर कमिश्नरेट पुलिस को देश के अलग-अलग राज्यों में लगभग 4000 किलोमीटर तक दौड़ाया। आखिरकार पुलिस ने पीछा कर आरोपी को बेंगलूरु से दबोच लिया। पुलिस इस मामले में अब फरार अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
ये है पूरा मामला
डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज वर्मा के अनुसार गिरफ्तार आरोपी लविश जैन (24) अजमेरा फार्म मुहाना हाल बेंगलूरु, कर्नाटक का रहने वाला है। 18 सितंबर को मुहाना निवासी अंकित कुमावत ने रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया कि लविश जैन, राखी जैन और आशीष जैन अजमेरा प्रोपर्टीज ने लाखना रोड पर टोल के पास एक जमीन दिखाकर उसमें इन्वेस्ट और प्लॉट देने का झांसा देकर ऑनलाइन तथा नकद मिलाकर 82 लाख रुपए ले लिए। बाद में पता चला कि उक्त जमीन किसी अन्य व्यक्ति की है।
हवाई रूट का करता था इस्तेमाल
मुहाना थानाप्रभारी गुर भूपेन्द्र ने बताया कि मामला दर्ज होते ही लविश जैन फरार हो गया। वह लगातार अपनी लोकेशन बदलकर फरारी काट रहा था और हमेशा हवाई रूट का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस टीम उसका पीछा करते हुए पटना, कुल्लू-मनाली, वाराणसी होते हुए बेंगलूरु पहुंची। बेंगलूरु से 50 किलोमीटर दूर एक सोसायटी में स्थित महिला मित्र के फ्लैट से लविश जैन को पकड़ा गया। आरोपी को अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। लविश के खिलाफ मुहाना थाने में एक और मामला दर्ज है, जबकि चित्रकूट थाने में भी एक प्रकरण दर्ज है। आरोपी को पकड़ने में कांस्टेबल ओमप्रकाश डोबर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इन शहरों में काटी फरारी
आरोपी लविश जैन केस दर्ज होने के बाद पटना, कुल्लू-मनाली, वाराणसी होते हुए बेंगलूरु में छिपा हुआ था। पुलिस ने गोपनीय सूचना मिलने पर बेंगलुरु में उसकी महिला मित्र के फ्लैट से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।





