सीएटल साउंडर्स ने रविवार को ल्यूमेन फील्ड में खेले गए लीग्स कप फाइनल में इंटर मियामी को 3-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया. हालांकि, इस शानदार जीत की खुशी उस समय फीकी पड़ गई जब मैच के बाद मैदान पर खिलाड़ियों और स्टाफ के बीच तनावपूर्ण झड़प हो गई. इस घटना के केंद्र में थे इंटर मियामी के स्टार स्ट्राइकर लुइस सुआरेज, जिन पर सीएटल के सीएटल के असिस्टेंट कोच ओबेड वर्गास की ओर थूकने का आरोप लगा है.
हार के बाद कोच पर थूका
मैच खत्म होने के तुरंत बाद 38 साल के लुइस सुआरेज ने सीएटल के 20 साल के मिडफील्डर ओबेद वर्गास को हेडलॉक में जकड़ लिया, जिसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी और स्टाफ आपस में भिड़ गए. मैदान पर धक्का-मुक्की और लात-घूंसे ने फाइनल के अंत को एक विवादास्पद मोड़ दे दिया. झगड़े से अलग होने के बाद सुआरेज सीएटल के असिस्टेंट कोच ओबेड वर्गास की ओर बढ़े, लेकिन कोच ने उनसे बात करने से मना कर दिया. इसके बाद ब्रॉडकास्ट कैमरों ने सुआरेज को ओबेड वर्गास की ओर थूकते हुए कैद किया, जिससे विवाद और गहरा गया.
रेफरी और अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन तनाव कम होने में समय लगा. इंटर मियामी के हेड कोच जेवियर माशेरानो ने इस घटना पर सीधे टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि वह इतनी दूर थे कि उन्होंने पूरी घटना को स्पष्ट रूप से नहीं देखा. उन्होंने कहा, ‘मैच के अंत में इस तरह की हरकतें किसी को पसंद नहीं आतीं, लेकिन अगर कोई प्रतिक्रिया हुई है, तो शायद इसके पीछे कोई उकसावा भी रहा होगा.’
लुइस सुआरेज का विवादों से पुराना नाता
इस घटना के बाद सुआरेज एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं. उनके करियर में पहले भी कई अनुशासनात्मक मामले सामने आ चुके हैं, और इस घटना ने उनकी छवि पर एक और सवालिया निशान लगा दिया है. सुआरेज को जब गुस्सा आता है तो वह खिलाड़ियों को काट भी लेते हैं. वह तीन बार विरोधी खिलाड़ियों को काट चुके हैं. 2010 में उन्होंने ओटमन बक्कल, 2013 में ब्रनिस्लव इवानोविक और 2014 में जियोर्जियो चिलिएनी को काटा था.
बता दें, लुइस सुआरेज इंटर मियामी के सबसे अमीर खिलाड़ियों में से एक हैं. उनकी अनुमानित कुल संपत्ति 70 मिलियन डॉलर (617 करोड़ रुपए) है. वह फुटबॉल के साथ-साथ रियल एस्टेट के भी जमकर कमाई करते हैं. सुआरेज ने अपनी संपत्ति का एक हिस्सा रियल एस्टेट में निवेश किया है. वह एक शानदार जीवनशैली का भी आनंद लेते हैं, उनके पास कई लग्जरी कारें हैं. उन्होंने एडिडास, पेप्सी और प्यूमा जैसे बड़े ब्रांडों के साथ साझेदारी कर रखी है जिससे उन्हें करोड़ों रुपए मिलते हैं.
