जयपुर में खाद्य सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। टोंक रोड स्थित शंकर मिष्ठान भंडार से मंगवाया गया गाजर का हलवा खाने के बाद करीब 12 पुलिसकर्मी और अधिकारी अचानक बीमार हो गए। सभी को पेट दर्द, उल्टी और बेचैनी की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और शुक्रवार को शंकर मिष्ठान
जानकारी के अनुसार, पुलिस की ओर से गुरुवार को करीब सवा दो किलो गाजर का हलवा टोंक रोड स्थित शंकर मिष्ठान भंडार से ऑर्डर किया गया था। इसके साथ ही समोसे भी मंगवाए गए थे, जो सोढाणी स्वीट्स से लिए गए थे। इन खाद्य पदार्थों के सेवन के कुछ समय बाद ही पुलिसकर्मियों की तबीयत बिगड़ने लगी। एक के बाद एक कई पुलिसकर्मियों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हुई, जिससे हड़कंप मच गया।
तबीयत बिगड़ने पर सभी बीमार पुलिसकर्मियों को तुरंत जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें निगरानी में रखा। फिलहाल सभी की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, हालांकि डॉक्टरों ने फूड पॉयजनिंग की आशंका जताई है।
घटना की जानकारी मिलते ही जयपुर सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम शुक्रवार को टोंक रोड स्थित शंकर मिष्ठान भंडार पहुंची। जांच के दौरान दुकान पर गाजर का हलवा तो मौजूद नहीं मिला, लेकिन हलवा बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जरूर पाई गई। टीम ने मौके से मिठाइयों और कच्चे माल के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है।
प्राथमिक जांच में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर संदेह जताया गया, जिसके चलते शंकर मिष्ठान भंडार को तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि लैब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यदि सैंपल में मिलावट या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्व पाए जाते हैं, तो संबंधित दुकान संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग की एक अन्य टीम टोंक रोड स्थित सोढाणी स्वीट्स भी पहुंची। यहां से समोसों के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पुलिसकर्मियों की तबीयत बिगड़ने की वजह गाजर का हलवा था या समोसे, या फिर दोनों में से किसी एक खाद्य पदार्थ में गड़बड़ी थी।
इस घटना के बाद शहर में खाद्य सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। खासकर प्रतिष्ठित मिष्ठान भंडारों से खरीदे जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर भी संदेह जताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ के सेवन के बाद तबीयत बिगड़ने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें और संबंधित विभाग को सूचना दें।
फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और लैब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो सकेगा कि लापरवाही कहां हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है





