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December 6, 2025 12:33 pm

नई शिक्षा नीति: स्कूलों को अपग्रेड करने के उद्देश्य से जयपुर में जुटेंगे विद्या भारती के 1100 कार्यकर्ता

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जयपुर: नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत स्कूलों को अपग्रेड करने और शिक्षण व्यवस्था में गुणवत्ता लाने के उद्देश्य से राजस्थान भर के विद्या भारती प्रबंध समिति के 1100 कार्यकर्ता जयपुर में जुटेंगे. 6 से 8 दिसंबर तक क्षेत्रीय प्रबंध समिति कार्यकर्ता सम्मेलन की शुरुआत राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े करेंगे. 15 साल बाद जयपुर में हो रहे इस सम्मेलन के जरिए शिक्षा जगत में NEP के कारण आ रहे बड़े परिवर्तनों के अनुरूप विद्यालय प्रबंध समितियों को अपडेट करना है.

विद्या भारती राजस्थान की ओर से जवाहर नगर स्थित सरस्वती बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को बेहतर, आधुनिक और संस्कारित शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक सुधारों पर विचार करना है. विद्या भारती के सह-प्रशिक्षण संयोजक राम मनोहर शर्मा ने बताया कि यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के तहत किया जा रहा है. 15 वर्षों बाद हो रहे इस सम्मेलन में विद्यालयों के युग-अनुकूल परिवर्तन, स्कूल अपग्रेडेशन और शिक्षा गुणवत्ता सुधार जैसे विषय प्रमुख रहेंगे. सम्मेलन का उद्घाटन 7 दिसंबर को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े करेंगे, जबकि मुख्य वक्ता विद्या भारती के मंत्री शिव प्रसाद होंगे. समापन समारोह में आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम और सह संगठन मंत्री यतीन्द्र कुमार मौजूद रहेंगे.

छात्रों को मिलेंगे ये बेनिफिट :विद्यालयों के अपग्रेडेशन पर मंथन से छात्रों को स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, लाइब्रेरी और खेल सुविधाएं बेहतर रूप में उपलब्ध कराई जाएंगी. नई शिक्षा नीति से स्किल-बेस्ड सीख बढ़ेगी, NEP-2020 के अनुरूप छात्रों को प्रोजेक्ट आधारित, व्यावहारिक और कौशलोन्मुख शिक्षा मिलेगी, जिससे उनका युगानुकूल विकास होगा. इसके साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण पर भी विचार किया जाएगा. जिसमें भारतीय संस्कृति आधारित शिक्षा से चरित्र निर्माण, भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कार शिक्षा को कोर्स में और मजबूती मिलेगी.

बहरहाल, सम्मेलन के दौरान सामूहिक और श्रेणीसह सत्रों में विद्यालय विकास, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और विद्यार्थी हितों को केंद्र में रखकर निर्णय लिए जाएंगे. आयोजकों का मानना है कि सम्मेलन के बाद प्रदेशभर के विद्या भारती विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई, व्यक्तित्व विकास और संसाधनों के स्तर पर बड़े लाभ मिलेंगे.

DIYA Reporter
Author: DIYA Reporter

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