पाकिस्तान के कहे अनुसार ना चले ओआईसी, भविष्य में जम्मू-कश्मीर का ना करे जिक्र : भारत

नई दिल्ली। भारत ने रविवार को इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी से कहा है कि वह पाकिस्तान के कहे अनुसार ना चले और अपने प्रस्तावों में जम्मू-कश्मीर गलत, अनुचित और अकारण जिक्र करने से बचे। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में ओआईसी के प्रस्तावों में जम्मू-कश्मीर के जिक्र को पूरी तरह से खारिज करते हुए संगठन से भविष्य में ऐसा करने से परहेज करने की सलाह दी गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत ओआईसी की 47वीं इस्लामिक कांफ्रेंस में विदेश मंत्रियों के सत्र में अपनाए गए प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के गैर जरूरी जिक्र को पूरी तरह से खारिज करता है। भारत का मत है कि ओआईसी को पूरी तरह से भारत के आंतरिक मामले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर बोलने का कोई हक नहीं बनता। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अटूट अंग है।
वक्तव्य में इस बात पर खेद जताया गया है कि ओआईसी खुद को एक देश (पाकिस्तान) को अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल न होने दे। पाकिस्तान का धार्मिक सहिष्णुता, कट्टरपंथ और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का घृणित इतिहास है। पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में लिप्त है। उल्लेखनीय है कि 27 और 28 नवम्बर को 57 इस्लामिक देशों के संगठन ने इस्लामिक कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इसके विदेश मंत्रियों के सत्र में अपनाए गए प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया गया था। इसमें जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले पर सवाल उठाए गए थे।
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